...

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friendship
इस तरह से अनुकरण हम कर रहे हैं
बस तुम्हारा अनुसरण हम कर रहे हैं

जब तुम्हारे नेह का विस्तार देखा
प्रेममय सब हो गया संसार देखा
भूल बैठे हैं सभी हम बन्धनों को
प्रिय तुम्हारा संवरण हम कर रहे हैं
बस तुम्हारा अनुसरण हम कर रहे हैं

सब सदा तर्षित रहे अधिवास लेकर
और हम हर्षित रहे विश्वास लेकर
सत्य को समझा नहीं पर जानते हैं
प्रेम का बस आचरण हम कर रहे हैं
बस तुम्हारा अनुसरण हम कर रहे हैं

हार को समझे नहीं बस जीत देखी
नेह में भी बस सदा ही नीत देखी
ढूँढता है जग यहाँ अनुराग में सुख
और अनशन आमरण हम कर रहे हैं
बस तुम्हारा अनुसरण हम कर रहे हैं

हैं व्यथायें, वेदना है, पीर भी है
तुम हमारे हो हमें यह धीर भी है
आचमन करने लगे हैं आँसुओं का
सत्य का अब अवतरण हम कर रहे हैं
बस तुम्हारा अनुसरण हम कर रहे हैं

सत्य देखा, मिथ्य देखा, धर्म जाना
कोइ भी तुम सा नहीं तब मर्म जाना
त्यागकर हम आज अपने मोक्ष सारे
लो तुम्हारा ही वरण हम कर रहे हैं
बस तुम्हारा अनुसरण हम कर रहे हैं


© writer satyam mishra