दुनिया की भीड़ और दुनिया की बातें
दुनिया की भीड़ और दुनिया की बातें सबको मीठी और कड़वी लगती हैं, फर्क बस इतना है इन दोनों में से एक हमें अपनी बातों से आगे बढ़ने का रास्ता दिखाता है और दूसरा हमें रसातल में धकेलता है। अगर हम अंदाज़ा लगाने की कोशिश करें कि यह किसका है, तो हम कभी इसका अंदाज़ा नहीं लगा पायेंगे।
जी "हाँ" हमारे जीवन में भी कुछ ऐसा ही होता है, एक और एक मिलकर दो हो जाते हैं और अंततः हमें मिलकर लड़ना पड़ता है और जीवन को निम्न स्तर से उच्च...
जी "हाँ" हमारे जीवन में भी कुछ ऐसा ही होता है, एक और एक मिलकर दो हो जाते हैं और अंततः हमें मिलकर लड़ना पड़ता है और जीवन को निम्न स्तर से उच्च...