" कौन हूं मैं "
खूबसूरती की नायाब मिसाल हूं मैं,
सब कहते है बेशक बेमिसाल हूं मैं.
दिल जीतने का भी हुनर रखती हूं,
सीरत सूरत से भी तो कमाल हूं मैं.
सबके ख्वाबों में, आना जाना मेरा,
हर एक जवां दिल का ख्याल हूं मैं.
दर्द की गर्द से, रहती हूं कोसो दूर,
जी मस्त जबरदस्त खुशहाल हूं मैं.
कौन हूं, क्या हूं आखिर कैसी हूं मैं,
हर किसी के दिल का, सवाल हूं मैं.
मैं कौन हूं पता चल ही जाएगा जी,
जरा ठहरो, परदे में फिलहाल हूं मैं.
💐🌹🍫_________🍫🌹💐
किसी की भी मोहब्बत नहीं हूं मैं,
हा जानती हूं, खूबसूरत नही हूं मैं.
क्योंकर, करे कोई ख्वाहिश मेरी,
किसी की भी, जरूरत नहीं हूं मैं.
बातों में मिठास न अदा में शोखी,
सीधी सादी हूं कयामत नही हूं मैं.
मामूली, मिट्ठी से बना बदन मेरा,
संगमरमर की तो मूरत नही हूं मैं.
देखकर मुझे क्यों आहें भरे कोई,
किसी दिल की हसरत नहीं हूं मैं.
क्यू कोई मेरी आरज़ू में बैठा रहे,
बस एक जर्रा हूं जन्नत नही हूं मैं.
💐🌹🍫_____________🍫🌹💐
© एहसास ए मानसी
सब कहते है बेशक बेमिसाल हूं मैं.
दिल जीतने का भी हुनर रखती हूं,
सीरत सूरत से भी तो कमाल हूं मैं.
सबके ख्वाबों में, आना जाना मेरा,
हर एक जवां दिल का ख्याल हूं मैं.
दर्द की गर्द से, रहती हूं कोसो दूर,
जी मस्त जबरदस्त खुशहाल हूं मैं.
कौन हूं, क्या हूं आखिर कैसी हूं मैं,
हर किसी के दिल का, सवाल हूं मैं.
मैं कौन हूं पता चल ही जाएगा जी,
जरा ठहरो, परदे में फिलहाल हूं मैं.
💐🌹🍫_________🍫🌹💐
किसी की भी मोहब्बत नहीं हूं मैं,
हा जानती हूं, खूबसूरत नही हूं मैं.
क्योंकर, करे कोई ख्वाहिश मेरी,
किसी की भी, जरूरत नहीं हूं मैं.
बातों में मिठास न अदा में शोखी,
सीधी सादी हूं कयामत नही हूं मैं.
मामूली, मिट्ठी से बना बदन मेरा,
संगमरमर की तो मूरत नही हूं मैं.
देखकर मुझे क्यों आहें भरे कोई,
किसी दिल की हसरत नहीं हूं मैं.
क्यू कोई मेरी आरज़ू में बैठा रहे,
बस एक जर्रा हूं जन्नत नही हूं मैं.
💐🌹🍫_____________🍫🌹💐
© एहसास ए मानसी