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Beti : First trimester of pregnancy
गर्भावस्था की पहली तिमाही

First trimester of pregnancy


सबसे जरूरी यह तीन माह -


गर्भावस्था की पहली 3 महीने की अवधि को तिमाही कहते हैं।

अक्सर माये यह सोचती हैं कि यह तो शुरुआती समय है। अभी तो मेरा पेट भी नहीं बड़ा है तो इस समय मुझे कोई टेंशन लेने की जरूरत नहीं है लेकिन बच्चे और मां के लिए सबसे मुश्किल और कठिन समय यही तीन माह होते हैं क्योंकि इसी समय बच्चे का विकास होना शुरू होता है। यदि इस समय ध्यान नहीं दिया गया तो आगे जाकर कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए लापरवाही बिल्कुल भी ना करें।


इन 3 महीनों में मां के शरीर में सबसे ज्यादा परिवर्तन होते हैं।

जिसके कारण इन 3 महीनों में सबसे ज्यादा अबॉर्शंस (abortion) होते हैं। पहली तिमाही में करीब 85% बच्चा गिरने की संभावना होती हैं। इसलिए इसी पीरियड में सबसे ज्यादा जरूरी है डॉक्टर को दिखाना क्योंकि यदि आपके होने वाले बच्चे को कोई दिक्कत है या आगे कोई परेशानी हो सकती है तो वह पहले ही बता देंगे।


इन 3 महीनों में गर्भावस्था के जो। शुरुआती लक्षण होते हैं। वह सभी के लिए अलग-अलग होते हैं। कई महिलाओं को इस पीरियड में मिट्टी या चौक खाने की इच्छा होती है तो आप ऐसा कभी भी ना करें। आप सीधा डॉक्टर के पास जाएं और उनकी सलाह ले तभी कुछ करें।


खाने का रखें ख्याल -


प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में खाने में अधिकतर वही चीजें खाएं जिनको खाने से आपके बच्चे की ग्रोथ अच्छे से हो। उसका विकास बिना रुकावट के हो सके। उसके लिए आपको कई चीजों को उसी तरीके से खाना होगा जिस तरह उसे अच्छे से फायदा करें। कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो मौसम या सीजन के मुताबिक आती है तो उन चीजों को सीजन के हिसाब से खाएं तो सबसे ज्यादा अच्छा होगा।


क्या ले…


कभी कभी हो सकता है कि आपको रोटी अच्छी ना लगे तो इसकी जगह आप चावल या कुछ और ले सकती हैं।


पहले 3 महीनों में आप को सबसे जरूरी दूध से बनी चीजों का सेवन करना चाहिए क्योंकि इस समय आपके होने वाले बच्चे को खनिज और कैल्शियम की सबसे ज्यादा जरूरत होती है।


इस पीरियड में आप सबसे ज्यादा चावल, फलियां, आलू, चपाती, शकरकंद जरूर ले।


सुबह उठते ही आप खाने का ज्यादा ख्याल रखें। आप सुबह उठते ही बिस्किटस या लड्डू जो भी आपको अच्छा लगे आप ले सकती हैं।


दिन भर आप सूखी चीजों का सेवन जैसे मठरी, टोस, बिस्किट्स थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लेती रहे।


तरल पदार्थ (liquids) बगैरा में यदि पानी अच्छा ना लगे तो आप उसकी जगह नींबू पानी भी ले सकती हैं। यदि आपको दूध पीते नहीं बन रहा है तो आप सेक्स बनाकर पीए। यह तरल पदार्थ आप एकदम से ना पिए थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लें। यदि आपको दही अच्छा नहीं लग रहा है तो आप उसकी जगह फ्रूट्स रायता ले।


फ्रूट्स बगैरा जरूर ले और यदि आपको फ्रूट्स अच्छे ना लगे तो आप उसके साथ आइसक्रीम बगैरा ले सकती हैं।


तीसरे महीने में थकान ज्यादा होती है इसलिए आपको विटामिन बी सिक्स (vitamin B6) युक्त आहार जरूर लेना चाहिए। इसकी कमी को पूरा करने के लिए आप दूध, केला, अंडा, ब्राउन राइस, दलिया, सोयाबीन, आलू, खट्टे फल, हरे पत्तेदार सब्जियां जरूर ले।


इस समय में आपको आयरन और फोलेट से युक्त आहार की जरूरत होती है। इस लिए आप चुकन्दर, चीकू, बींस, संतरा, ब्रोकल, ओटमील का सेवन जरूर करें।


आप दिन भर में 8 गिलास पानी जरूर पीये और जूस जरूर पीये।


यदि आप मांसाहारी हैं तो आप मछली का सेवन कर सकते हैं लेकिन आप इसे अच्छे से पका कर खाएं। जिससे आपको कोई दिक्कत ना हो।




क्या ना ले…..


कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनको खाने से होने वाले बच्ची की growth अच्छे से नहीं हो पाती है। जिनको खाने से पीरियड होने की संभावना बड़ जाती है। इसके कारण प्रेगनेंसी में प्रॉब्लम आ सकती हैं बच्चा जल्दी होने की संभावना बढ़ जाती है एवं गर्भपात का खतरा भी बढ़ जाता है इसलिए कुछ चीजों का सेवन पहली तिमाही में नहीं करें तो अच्छा है आपके बच्चे की अच्छी ग्रोथ के लिए और आपके स्वास्थ्य के लिए।


प्रेग्नेंसी के समय में पहली तिमाही में बैगन बिल्कुल ना खाए क्योंकि बैगन खाने से पीरियड आने की संभावना बढ़ जाती है इसलिए इस समय बैगन अधिक खाने से गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।


कच्चा पपीता ना ही खाएं तो अच्छा है। यदि दिखाना भी है तो पका हुआ खाए क्योंकि पपीता गर्म होता है और कच्चा पपीता खाने से शरीर में गर्मी अधिक बढ़ जाती है। जिससे गर्भपात होने की संभावना बढ़ जाती है।


प्रेगनेंसी में दूध पीना बहुत जरूरी है लेकिन यदि आप दूध कच्चा पीती हैं तो प्रेग्नेंसी के दौरान कच्चा दूध कभी भी ना पीए क्योंकि इसमें कई सारे बैक्टीरिया हो सकते हैं आप जब भी दूध पिये अच्छे से उबालकर ही पिए।


प्रेगनेंसी के समय में पाइनएप्पल भी कम से कम ही खाएं क्योंकि पहले खाने से बच्चा जल्दी होने की संभावना बढ़ जाती है।


पहले 3 महीने में कोशिश करें कि कटहल बिल्कुल भी ना खाए।


प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में अंगूर ना के बराबर ही खाएं तो अच्छा है और काले अंगूर भूल कर भी ना खाए।


ऐसे समय में आपको मांस, मछली, अंडा बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए और कच्चा तो कभी भी नहीं खाना चाहिए। यदि आप इनमें से कुछ खाना भी चाहती हैं तो अंडा खा सकती हैं वह भी ताजा, फ्रेश, अच्छे से उबाल के खाना चाहिए।






क्या प्रेगनेंसी के इस पीरियड मैं ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकते हैं?


प्रेगनेंसी के इस पीरियड में dry fruits ka sevan कम ही करें तो अच्छा है क्योंकि ड्राई फ्रूट्स गर्म होते हैं। जिससे गर्भपात होने की संभावना बढ़ जाती है। थोड़े से ड्राई फ्रूट्स यदि भिगो कर ले तो इससे ज्यादा गर्मी नहीं बढ़ती। हम सभी तरह के ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकते हैं।


गर्भावस्था की पहली तिमाही में क्या हम सेक्स कर सकते हैं?


गर्भावस्था की पहली तिमाही में बच्चे का विकास शुरू ही होता है। इस तिमाही में इंफेक्शन बढ़ने का खतरा ज्यादा रहता है और गर्भपात होने की संभावना सबसे अधिक होती हैं। इस समय में आपके शरीर मैं कई सारे चेंजेस होते हैं इसलिए इस समय में सेक्स भूलकर भी ना करें तो आपके बच्चे के लिए सबसे अच्छा रहेगा।


यदि आपके गर्भ में दो संताने है तो भी आप सेक्स से दूर ही रहे तो अच्छा है।


गर्भावस्था की पहली तिमाही में कितनी नींद लेना जरूरी है?


गर्भावस्था की पहली तिमाही में आपके शरीर में कई सारे बदलाव होते हैं, कई सारे हार्मोन चेंजेस होते हैं जिसके कारण आपको नींद ज्यादा आती है। गर्भावस्था की पहली तिमाही में 8 से 10 घंटे सोना बहुत जरूरी होता है। ऐसे समय में आपको अच्छे से नींद लेना बहुत जरूरी होता है।







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