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सुनिए गा
सब लोगो की स्कूल लाइफ होती हे मेरी भी एक ऐसी ही लाइफ हे तो चलिए चलते हे अप्रैल 2019 में आज मेरा पहला दिन हे फिजिक्स में बचपन से ही इंट्रेस्ट था तो सोचा साइंस ले लूँ पर क्या पता था की आगे बो मेरी ले लेगी जैसे ही स्कूल के गेट से अंदर आये,, कुछ दूर चलते ही देखा की सब लोग पागलो की तरह इधर उधर भाग रहे थे बड़ी मुश्किल से एक लड़के को पूछा की भाई भाग क्यों रहे हो तो उसने कहा सर जुते चेक कर रहे हे जब नज़र झुका के देखा तो हम सब भी विथाउट यूनिफार्म थे फिर क्या था हम भी पागलो की तरह भागने लगे ,,,,,,फिर आया प्रेयर टाइम अब तक मझे लगता था की भाषण सिरफ 30 मिनट या 1 घंटे का ही होता हे लेकिन जब प्रिंसिपल सर ने भाषण दिया तो पता चला में गलत था ये देने बाले के मूड पर देपेंड करता हे,,, फिर आये क्लास में ,,,बहा पता चला की हमारी क्लास में सिर्फ तिस ही स्टूडेंट्स हे पहले तीन दिन तो टीचर ही क्लास में नहीं आये,, हाँ चौथे दिन आये थे पर पांचवे दिन तिस में से दस ने अपना सब्जेक्ट चेंज कर दिया क्या करे यार टीचरो ने इतना डराया की अगर Albert Einstein भी सुन लेता तो फिर से मर जाता,,सब लोग इंट्रोडक्शन दे रहे थे उसके बाद केमिस्ट्री बाले सर ने एक क्वेश्चन पूछा लगभग आधी क्लास को तो बो समझ ही नहीं आया पर फिर लास्ट से एक लड़के ने आंसर दे दिया और बो कोई नहीं मेरा बचपन का दोस्त था बो तो ऐसे मुस्कुरा रहा था जैसे नोवअल प्राइस जित गया हो ,,,,,,हमारा मुँह लटका हुआ इसलिए नहीं की हमे आंसर नहीं आया और इसलिए भी नहीं की दोस्त ने आंसर दिया बल्कि इसलिए की क्लास ख़तम ही नहीं हो रही हे,, कुछ देर बाद क्लास ख़तम हो गयी फिर आयी फिजिक्स की क्लास ,,,,सब शोर कर रहे है और फिर एक आवाज़ आती है,,, सुनिए गा
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,,,to be continued ,
hope you like it ,,,
these are. the one of the best moments of my school ...

changes series #2
© Anurag Thakur