...

9 views

भूल जाना - हमारी ताकत या कमजोरी ?
हमारी
सबसे बड़ी कमी
और ताकत है
हमारी स्वाभाविक रूप से
भूल जाने को शक्ति ।

कैसे ?

कुछ दिन पहले मेरे रिश्ते में लगने वाले बड़े भाई को मृत्यु हुई । बहुत दुख हुआ । हरिद्वार जाने पर जब उनका शरीर जल रहा था था तो मन में यह भाव कई देर तक मेरे मन में चल रहा था कि कितने छोटे हैं हम ।

हम माने ना माने
परंतु यह सत्य है कि
हमारा छोटा या बड़ा
दुख/दर्द हमें यह अहसास जरूर दिलाता है कि हमारा अस्तित्व कितना छोटा है ।
हमसे जुड़ी सभी वस्तुएं, रिश्ते, कामनाएं, वक्त, सफलता और खुशियां सिर्फ थोड़ा देर तक समंदर में एक पल के लिए दिखाई देने वाली लहरों के समान है ।

आखिर इस संसार की सच्चाई क्या है ?
सिर्फ पैदा होना, फिर भागते रहना और बीच में कभी भी अकाल/बुढ़ापे में मर जाना तो हमारा असली सत्य नहीं हो सकता ।
परंतु एक दो दिन बाद वो ख्याल कहीं गहरी खाई में अपने आप खो गया ।
क्या ये हमारी भूल जाने की स्वाभाविक प्रवृत्ति, प्रकृति/माया का एक खेल है जो हमें अपने सच्चाई से दूर रखता है ?

इसलिए जरूरी है हम हमेशा अपने छोटे या बड़े दुख के समय आए हुए इन भावों को रोज याद रखें ।
क्योंकि
भूलिए मत, भूलने की हमारी स्वाभाविक प्रतृत्ति, हमें कुछ याद नहीं रखने देगी ।

🤡

© Dr. Joker
#lifestyle #reality #truth #me #meditation #what_is_life #goodmorning