स्वाद
एक होटल में एक बार मैं खाने के लिए गया
यह जगदलपुर का होटल था
होटल साफ सुथरा था मगर भीड़ बहूत ज्यादा नहीं रहती थी फिर भी वह होटल कुछ
मशहूरी पा गया था शायद उसकी व्हेराइटी भरे खाने के स्वाद ने जिभ्या पर अपनी पकड़
बना ली थी
मैंने आर्डर दे दिया और इन्तजार करने लगा कुछ ही समय में मेरा आर्डर मेरे
सामने सजने लगा ।
तभी एक आदमी हांफता, पसीने-पसीने हो कर मेरे सामने वाली टेबल पर आकर बैठ गया और परेशान सा बार बार वेटर की तरफ देखता इंतजार...
यह जगदलपुर का होटल था
होटल साफ सुथरा था मगर भीड़ बहूत ज्यादा नहीं रहती थी फिर भी वह होटल कुछ
मशहूरी पा गया था शायद उसकी व्हेराइटी भरे खाने के स्वाद ने जिभ्या पर अपनी पकड़
बना ली थी
मैंने आर्डर दे दिया और इन्तजार करने लगा कुछ ही समय में मेरा आर्डर मेरे
सामने सजने लगा ।
तभी एक आदमी हांफता, पसीने-पसीने हो कर मेरे सामने वाली टेबल पर आकर बैठ गया और परेशान सा बार बार वेटर की तरफ देखता इंतजार...