निराशा से छुटकारा पाने के कुछ उपाय
१-जो व्यक्ति हर वक्त निराशा जनक बातें करे ,संकुचित सोच रखता हो उसकी संगत से बचें।
2-कोई कार्य जो आप करना चाहते हैं और उसमे आप किसी की सलाह चाहते हैं तो उस कार्य से सम्बंधित जानकारी जिसके पास हो उसकी ही सलाह लेनी चाहिए।
३-जिसका मनोबल हमेशा गिरा रहेगा वह किसी को क्या देगा ,ऐसे लोगों से दूर रहे।
४ -'मैं यह काम कर सकता हूँ "यह विश्स्वास हमेशा कायम रखिये।
५ - असफलता से घबराने पर काम बिगड़ जाता है ,गलती होने पर सीखो कैसे सुधार होगा ,उठो फ़िर से करो।
६ -किसी की निराशा भरी टिप्पणी पर उदास मत हो उसे भूल जाओ ।
७ अपना मस्तिष्क हमेशा सुंदर विचारो से भरा हुआ रखो नकारात्मक विचार को मत आने दो । दैनिक जीवन में हमारे आस पास ही इतना कुछ होता है की हम उससे ही सीख सकते हैं।
८ -हम अपनी दृष्टि सम रख सके इसके लिए अच्छा साहित्य पढ़े ,संगीत बहुत अच्छा माध्यम है ,संगत अच्छी बनायें । थोड़े दिनों में ये सब आदत में शुमार हो जायगा । सार्थक बदलाव आने लगेगा।
९ -अपने द्वारा किए जाने वाले प्रत्येक कार्य को सम्मान दे । किसी काम को छोटा या बड़ा न समझे सब काम मनोयोग से करें।
१० -प्रसन्न रहने के लिए कुछ करे अपनी पसंद का खेल या कोई भी काम जो आपको खुशी दे।
११ -याद रखिये समय को पहिया कहा है जो निरंतर चलता ही रहता है इस चाल में सब आता है दुःख आने पर सुख की आशा न छोडिये।
१२ -महापुरुषों की जीवनी पढिये हिम्मत आती है धैर्य का साथ कभी मत छोडिये असंभव भी सम्भव हो जायगा।
© राकेश कुमार सिंह
2-कोई कार्य जो आप करना चाहते हैं और उसमे आप किसी की सलाह चाहते हैं तो उस कार्य से सम्बंधित जानकारी जिसके पास हो उसकी ही सलाह लेनी चाहिए।
३-जिसका मनोबल हमेशा गिरा रहेगा वह किसी को क्या देगा ,ऐसे लोगों से दूर रहे।
४ -'मैं यह काम कर सकता हूँ "यह विश्स्वास हमेशा कायम रखिये।
५ - असफलता से घबराने पर काम बिगड़ जाता है ,गलती होने पर सीखो कैसे सुधार होगा ,उठो फ़िर से करो।
६ -किसी की निराशा भरी टिप्पणी पर उदास मत हो उसे भूल जाओ ।
७ अपना मस्तिष्क हमेशा सुंदर विचारो से भरा हुआ रखो नकारात्मक विचार को मत आने दो । दैनिक जीवन में हमारे आस पास ही इतना कुछ होता है की हम उससे ही सीख सकते हैं।
८ -हम अपनी दृष्टि सम रख सके इसके लिए अच्छा साहित्य पढ़े ,संगीत बहुत अच्छा माध्यम है ,संगत अच्छी बनायें । थोड़े दिनों में ये सब आदत में शुमार हो जायगा । सार्थक बदलाव आने लगेगा।
९ -अपने द्वारा किए जाने वाले प्रत्येक कार्य को सम्मान दे । किसी काम को छोटा या बड़ा न समझे सब काम मनोयोग से करें।
१० -प्रसन्न रहने के लिए कुछ करे अपनी पसंद का खेल या कोई भी काम जो आपको खुशी दे।
११ -याद रखिये समय को पहिया कहा है जो निरंतर चलता ही रहता है इस चाल में सब आता है दुःख आने पर सुख की आशा न छोडिये।
१२ -महापुरुषों की जीवनी पढिये हिम्मत आती है धैर्य का साथ कभी मत छोडिये असंभव भी सम्भव हो जायगा।
© राकेश कुमार सिंह
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