आकर्षण
मयूरी की शादी धीरज से हुई थी दोनों शहर मे रहते थे
पर अब मुँह बोली दादी चाहती थी वो गाँव मे ही शादी करे और कुछ दिन गाँव में ही बिताए
दोनों ने काफी समझाया दादी को पर दादी नहीं मानी उन्हें दादी के आगे हार माननी पड़ी
15 दीन बाद का मुहूर्त था
सब इतना जल्दी कैसे होगा वो सोचने लगे
पर ऐसा लग रहा था सब काम होता चला जा रहा था जैसे कोई चमत्कार हो
खैर उन्होंने इतना ध्यान ना दिया
उनकी शादी हुई सभी ने उनपर फूल फेंके
कुछ दिन के लिए धीरज गाँव मे ही रुक गया कहने लगा मयूरी तुम भले एक दिन बाद आ जाना
How sweet
कहकर धीरज के गले लग जाती है
दोनों ने बहुत एंजॉय करा
पर कहानी तो उसके बाद शुरू हुई
अगले दिन रात को मयूरी सो रही थी उसे लगा धीरज है उसने पूछा धीरज आप तो कुछ दिनों बाद आने वाले थे इतनी जल्दी आ गए
पर कोई जवाब नहीं मिला
मयूरी ने बार बार पूछा पर जवाब नहीं मिला
मयूरी ने सोचा जगती रहती हूं क्या पता धीरज मुझे सता रहे हो
ये सोचकर मयूरी जागने लगी
पर थोड़ी देर बाद नींद आने लगी बहुत ज्यादा
गाँव मे एक आत्मा थी उसे पता पड़ा नयी नयी शादी हुई है तो वो मयूरी के सामने धीरज बनकर आ गया
पर मयूरी को लगा धीरज ही है जो की पहले भी आभास हुआ था
पर जैसे ही मयूरी के मंगलसूत्र पर हाथ लगाया
दूर फेंका गया
मयूरी तुम इसे निकाल दो इसके कारण मेरे साथ क्या हुआ आज
आपने ही लाकर दिया था की ये मेरा उपहार है इसे अपने से दूर मत करना और आज ही
आप आ तो मुझे पहले असमंजस मे डाल रहे थे या अब असमंजस मे डाल रहे
नहीं ऐसी बात नहीं है मैं तो तुम्हारे सामने ही हूं
मयूरी कुछ देर सोचने लगी क्या करू मानू या नहीं
अचानक कपबोर्ड जोर से बजा
मयूरी इधर उधर देखने लगा
पर कोई नहीं था बस आवाज़ आ रही थी
आत्मा बनी धीरज मयूरी को अड़ नहीं सकती थी
क्योंकि मयूरी ने मंगलसूत्र पहना था जो उसकी रक्षा कर रहा था
जाने क्या हुआ अचानक मंगलसूत्र हवा मे उछल गय
मयूरी हैरान हो गयी और थोड़ी देर के लिए डर भी गयी
पर फिर अचानक डर हट गया
थोड़ी देर बाद आत्मा गायब हो गयी
मयूरी ने उधर उधर देखा कोई नहीं था
उसके बाद मयूरी सो गयी
अगले दिन धीरज आया मयूरी ने उसे पूरी बात बताई
धीरज को पहले तो यकीन नहीं हुआ फिर कहा
ये तो अच्छी बात है तुम्हारे प्यार ने आत्मा को भी हरा दिया
मयूरी बस सुनती रही और मुस्कुराती रही ।
समाप्त
9/5/2024
2:22 प्रातः
Art Credit Pinterest
© ©मैं और मेरे अहसास
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