शरारतें
हर इंसान, अपनी जिंदगी में अनेकों प्रकार के शरारतें करते हैं, परन्तु इंसानो मे भी काफी शरारती होते हैं तो बच्चे । गलतियां हो जाने पर, घर वालो से डाट खाने पीटने की डर सताती है। परन्तु गलतियां होने से पहले कुछ भी नही सुझता । हमेशा ही अपने रामपुर के टोलियों में सबसे शरारती नजर आता था, तो “वह मै ही था” ।उस समय मै कक्षा सात मे पढ़ता था ।
एक दिन की बात है, जुलाई का महीना था, कुछ जल्द मे स्कूल...
एक दिन की बात है, जुलाई का महीना था, कुछ जल्द मे स्कूल...