एक स्त्री का पति होने में और उसके जीवन का सर्वश्रेष्ठ पुरुष होने में बहुत अंतर है..!
एक स्त्री का पति होने में और उसके जीवन का
सर्वश्रेष्ठ पुरुष होने में बहुत अंतर है..!
आज के समय में शादीशुदा भी सुखी नही है
संभोग इंसान के जीवन मे उतना ही जरूरी है
जितना भूखे को खाना ..
पर संभोग सिर्फ दो शरीरों की क्रिया नही है
संभोग शारीर के साथ साथ मन को भी तृप्त करता है..
पर आज के समय...
सर्वश्रेष्ठ पुरुष होने में बहुत अंतर है..!
आज के समय में शादीशुदा भी सुखी नही है
संभोग इंसान के जीवन मे उतना ही जरूरी है
जितना भूखे को खाना ..
पर संभोग सिर्फ दो शरीरों की क्रिया नही है
संभोग शारीर के साथ साथ मन को भी तृप्त करता है..
पर आज के समय...