खाना ही तो बनाती हो
कल रात जब यमुना का अपने पति के साथ किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया तो गुस्से में आकर उसके पति रमेश ने उससे कहा कि एक खाना ही तो बनाती हो..?
उसके लिए इतना एटिट्यूड.... क्यों.....अगर तुमको इतनी ही परेशानी हो रही है ।तो तुम छोड़ क्यों नहीं देती हो खाना बनाना..?? प्लीज़ इतना एहसान मत करो हम पर तुम छोड़ दो..!! तुम काम ही क्या करती हो एक खाना ही तो बनाती हो..?? उस पे ये अकड़....??वैसे तो ये बातें रमेश यमुना से पहले भी कई बार कह चुका था। पर आज यमुना ने इसे दिल पर ले लिया। जिसका नतीजा आज पूरे परिवार को भूखे पेट रह कर चुकाना पड़ा...!!
यमुना अपने पति और बच्चों से बहुत प्रेम करती है। उनके लिए कुछ भी कर सकती हैं।पर आज बात उसके स्वाभिमान की थी। तब वो खुद को रोक नहीं पाई और कितना कुछ कह गई अपने प्राण से भी प्यारे पति से ..!!
जिसका अफसोस उसे बाद में बहुत हुआ और शायद आजीवन रहेगा भी..!!पर क्या फायदा..?? अब तो बस वो अपने पति के लौटने का इंतजार करने लगी..!! ताकि वो उन से अपनी गलतियों की माफ़ी मांग...
उसके लिए इतना एटिट्यूड.... क्यों.....अगर तुमको इतनी ही परेशानी हो रही है ।तो तुम छोड़ क्यों नहीं देती हो खाना बनाना..?? प्लीज़ इतना एहसान मत करो हम पर तुम छोड़ दो..!! तुम काम ही क्या करती हो एक खाना ही तो बनाती हो..?? उस पे ये अकड़....??वैसे तो ये बातें रमेश यमुना से पहले भी कई बार कह चुका था। पर आज यमुना ने इसे दिल पर ले लिया। जिसका नतीजा आज पूरे परिवार को भूखे पेट रह कर चुकाना पड़ा...!!
यमुना अपने पति और बच्चों से बहुत प्रेम करती है। उनके लिए कुछ भी कर सकती हैं।पर आज बात उसके स्वाभिमान की थी। तब वो खुद को रोक नहीं पाई और कितना कुछ कह गई अपने प्राण से भी प्यारे पति से ..!!
जिसका अफसोस उसे बाद में बहुत हुआ और शायद आजीवन रहेगा भी..!!पर क्या फायदा..?? अब तो बस वो अपने पति के लौटने का इंतजार करने लगी..!! ताकि वो उन से अपनी गलतियों की माफ़ी मांग...