बचपन
पूरे क्लास में अजीब सी शांति थी और जैसे ही छुट्टी की घंटी बजी पूरे स्कूल में हल्ला मचने लगा। अनु और नीशु तेजी से अपनी साइकल की दौड़े। रास्ते भर मस्ती करते दोनो चलते। घर आते आते दोनो की हालत ऐसी हो जाती जैसे मिट्टी में लोट कर आये हो। हे भगवान पढ़ने जाते हो या मजदूरी करने कल ही यूनिफॉर्म धुली और आज सत्यानाश कर दिया अनु की माँ ने सिर पर हाथ रखते हुए कहा। अनु बात अनसुनी करके अपने कमरे की तरफ चल दिया। कमरे में जाते ही अनु ने जल्दी से कपड़े बदले और किचन में बड़े ठाट से...