खुद में बदलाव करो..
आज के समय में हत्या,लूट पाट
कुकर्म काफी तेजी से बढ़ रहे हैं
इसके बढ़ने का एक ही कारण है
गलत चिन्तन करना, अश्लील
विडियोज देखना,जो बहुत शर्म
नाक बात है विदेशी देश हमारी
संस्कृति से प्रभावित होकर हमारी
संस्कृति को अपना रहे हैं और हम
अपनी संस्कृति छोड़ कर विदेशी देशों
के रहन सहन और पहनावे को
प्राथमिकता दे रहे हैं ।
आज जो भी अपराध बढ़ रहे हैं इसका
जिम्मेदार कहीं न कहीं ये समाज भी है
जो कभी ग़लत होने पर भी मौन
धारण कर लेता है।
बस आप दूसरों को सुधारने की कोशिश
न करो केवल खुद सुधरने की कोशिश
करो क्योंकि जब लोग खुद को सुधारेंगे
तो ये समाज, ये देश तो अपने आप
सुधर ही जायेगा।
बच्चों को अच्छी शिक्षा और संगति भी अच्छी
मिलनी चाहिए क्योंकि दोस्त हमारे जीवन में
एक अहम भूमिका निभाते हैं
दोस्त कम रखिए मगर अच्छे रखिए।
जब तक बुद्ध, दयानंद सरस्वती,
सुभाष चन्द्र बोस, विवेकानंद जैसे
महापुरुषों के गुण अपने अन्दर आज
के युवा नहीं लायेंगे तब तक ये अपराधों
का ये सिलसिला यूं ही जारी रहेगा
यूं ही माता बहनों की इज्जत पर हाथ
डाला जायेगा, यूं ही सरेआम कत्ल
बलात्कार होते रहेंगे।
मैं देश की नारियों से आग्रह करूंगा कि
अब आपको रानी अबंती बाई, सावित्री,
अनुसुइया, गार्गी बनने की जरूरत है
न कि उल्टे सीधे कपड़े धारण करके
सो ओफ करने की , अपनी रक्षा के लिए
आपको स्वयं तलवार उठानी होगी।
अपनी शक्ति को स्वयं पहचानना होगा
यूं छोटी-छोटी बातों पर आंसू
बहाने से कुछ नहीं होगा
ये समाज जब खुद अपनी इज्जत
नहीं बचा सकता वो
तुम्हारी क्या खाक बचायेगा?
हां मेरी नज़र में एक काम जरूर कर
सकता है और वो है वीडियो बना कर
सोशल साइट्स पर अपलोड करना
क्या इससे उस लड़की की इज्जत
पुनः वापस आ जायेगी? क्या तुम्हारा
काम यही तक सीमित है।
बहुत ही निन्दनीय बात है कि हम आज
के मोडर्न समाज में रहकर अपने कर्त्तव्य
और संस्कारों को कहीं खोते जा रहे हैं
हमें भी खुद में परिवर्तन करना होगा
क्यों कि परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है
ये बात श्री मद्भगवद गीता में श्री कृष्ण
द्वारा कही गई है
जब मानव खुद को परिवर्तित नहीं करता
तो प्रकृति अपने आप को परिवर्तित
करती है और जब प्रकृति में परिवर्तन
होता है तो आपदाएं, भूकम्प,बाढे आदि
का उद्गम होता है
जब मानव कुमार्ग पर चलेगा तो फिर
प्रकृति उसे सबक सिखाती है
सभी लेखक गणों को जय श्री राधे 🙏
© Shaayar Satya
कुकर्म काफी तेजी से बढ़ रहे हैं
इसके बढ़ने का एक ही कारण है
गलत चिन्तन करना, अश्लील
विडियोज देखना,जो बहुत शर्म
नाक बात है विदेशी देश हमारी
संस्कृति से प्रभावित होकर हमारी
संस्कृति को अपना रहे हैं और हम
अपनी संस्कृति छोड़ कर विदेशी देशों
के रहन सहन और पहनावे को
प्राथमिकता दे रहे हैं ।
आज जो भी अपराध बढ़ रहे हैं इसका
जिम्मेदार कहीं न कहीं ये समाज भी है
जो कभी ग़लत होने पर भी मौन
धारण कर लेता है।
बस आप दूसरों को सुधारने की कोशिश
न करो केवल खुद सुधरने की कोशिश
करो क्योंकि जब लोग खुद को सुधारेंगे
तो ये समाज, ये देश तो अपने आप
सुधर ही जायेगा।
बच्चों को अच्छी शिक्षा और संगति भी अच्छी
मिलनी चाहिए क्योंकि दोस्त हमारे जीवन में
एक अहम भूमिका निभाते हैं
दोस्त कम रखिए मगर अच्छे रखिए।
जब तक बुद्ध, दयानंद सरस्वती,
सुभाष चन्द्र बोस, विवेकानंद जैसे
महापुरुषों के गुण अपने अन्दर आज
के युवा नहीं लायेंगे तब तक ये अपराधों
का ये सिलसिला यूं ही जारी रहेगा
यूं ही माता बहनों की इज्जत पर हाथ
डाला जायेगा, यूं ही सरेआम कत्ल
बलात्कार होते रहेंगे।
मैं देश की नारियों से आग्रह करूंगा कि
अब आपको रानी अबंती बाई, सावित्री,
अनुसुइया, गार्गी बनने की जरूरत है
न कि उल्टे सीधे कपड़े धारण करके
सो ओफ करने की , अपनी रक्षा के लिए
आपको स्वयं तलवार उठानी होगी।
अपनी शक्ति को स्वयं पहचानना होगा
यूं छोटी-छोटी बातों पर आंसू
बहाने से कुछ नहीं होगा
ये समाज जब खुद अपनी इज्जत
नहीं बचा सकता वो
तुम्हारी क्या खाक बचायेगा?
हां मेरी नज़र में एक काम जरूर कर
सकता है और वो है वीडियो बना कर
सोशल साइट्स पर अपलोड करना
क्या इससे उस लड़की की इज्जत
पुनः वापस आ जायेगी? क्या तुम्हारा
काम यही तक सीमित है।
बहुत ही निन्दनीय बात है कि हम आज
के मोडर्न समाज में रहकर अपने कर्त्तव्य
और संस्कारों को कहीं खोते जा रहे हैं
हमें भी खुद में परिवर्तन करना होगा
क्यों कि परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है
ये बात श्री मद्भगवद गीता में श्री कृष्ण
द्वारा कही गई है
जब मानव खुद को परिवर्तित नहीं करता
तो प्रकृति अपने आप को परिवर्तित
करती है और जब प्रकृति में परिवर्तन
होता है तो आपदाएं, भूकम्प,बाढे आदि
का उद्गम होता है
जब मानव कुमार्ग पर चलेगा तो फिर
प्रकृति उसे सबक सिखाती है
सभी लेखक गणों को जय श्री राधे 🙏
© Shaayar Satya
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