...

9 views

मिस रॉन्ग नंबर 13
#रॉन्गनंबर
~~~~ पार्ट 13 ~~~~

(जीत फोन आए लड़की की मदद के लिए निकलता है~~~~)

आखरी पल~~~~

मेरे पास दो ही रास्ते थे या तो बस का पीछा कर के तुरंत तुम्हे तुम्हारा वॉलेट वापस करूं या फिर बाद में किसी तरह लौटा दूं...! तुम बस से गए तो मुझे लगा की शायद तुम रोज ही बस से आते जाते हो... तो तुम्हे ढूंढना मेरे लिए आसान था । यहीं आकर तुम्हे मै लौटा सकती थी...! जब की मैं बस का पीछा भी कर सकती थी लेकिन बस के निकलने के तुरंत बाद मेरी दोस्त भी आगयी तो मुझे मेरे असाइनमेंट के लिए जाना ज्यादा जरूरी था । तो मैंने तुम्हारा वॉलेट अपने बैग में रख दिया था ....!

अब आगे ~~~~

बाद में घर पहुंचने के बाद तुम्हारा पर्स जब खोल के देखा तब उसमें तुम्हारा विजिटिंग कार्ड, और क्रेडिट कार्ड, थोड़ेसे पैसे आदि थे.. विजिटिंग कार्ड पर तुम्हारा नाम लिखा था तो मुझे तुम्हारा नाम तथा फ़ोन नंबर मिला.. मैने बाद में तुम्हे कॉल किया था किंतु शायद व्यस्त होने की वजह से तुमने फ़ोन उठाया नही..! फिर मैं व्यस्त हो गई...!
दूसरे तथा तीसरे दिन मैं फिर से उसी बस स्टॉप पर तुम्हे तुम्हारा पर्स लौटने आईं थी किंतु तुम नहीं दिखे , फिर जो घटना मेरे साथ हुई उसके बिल्कुल कुछ घंटे पहले तुम अपनी बाइक पर बैठ कर कही जाते हुए दिखाई दिए... मैने अपनी गाड़ी रोक कर तुम्हे आवाज दी पर तुम्हे सुनाई नहीं दी... चूंकि मैने तुम्हारा नंबर सेव कर लिया था तो तुम्हे तुरंत कॉल भी लगाई... पर तुम्हे शायद फोन की रिंग भी न सुनाई दी थी... फिर मैं अपनी इन्वेस्टिगेशन प्लेस अर्थात उस घर की तरफ बढ़ गई..! जहां मैं तुम्हे मिली थी ।
मुझे उस घर में कुछ संदेहास्पद गतिविधि होने की जानकारी मिली थी । तब से मैं किसी न किसी बहाने उस घर में घुसने तथा जानने के लिए कोशिश कर रही थी...! मैने पूरा वॉच रखा था घर पर, कौन रहता है?? क्या करता है??? कब कहां आता जाता है... सब...
कल के दिन का अर्थात कल रात वाला मौका मुझे बहुत अच्छा मिला था । कल को अमावस की रात थी उस पर तेज आंधी तूफान से लाइट भी चली गई थी तो मुझे उस घर में घुसने का बेहद आसान मौका मिल गया था ।
मौके का मैने पूरा फायदा उठाने की पूरी कोशिश की...! जैसा कि मुझे अंदेशा था की वहां कुछ अलग गतिविधियां होती है.........! तो ठीक उसी तरह की गतिविधि मुझे वहां महसूस हुई.. जैसे जैसे मैं उस घर में आगे बढ़ती जा रही थी, मेरा विश्वास दृढ़ होता गया... !
ऐसे असाइनमेंट पर हम लोग अकेले नहीं जाते है.. मेरी दोस्त जो मेरी कलीग है, वो फोटोग्राफर के साथ वहां पहुंचने वाली थी...! किंतु कल क्या हुआ पता नही जो वे दोनों वक्त पर पहुंच ना पाएं, और मैं अकेले होने के कारण उस चक्रव्यूह में फंस गई... !


( क्रमशः ~~~~ )

(आगे की कहानी की प्रतीक्षा करिए... अगले अंक में हम फिर जल्द ही मिलेंगे आगे क्या हुआ जानने के लिए...) ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
© Devideep3612