-:प्रेम- विवाह:-
शादी के बाद भी यदि कोई इंसान बाहर मुँह मारता फिरता है,
तो उसने शादी तो की है लेकिन प्रेम नहीं,
क्योंकि प्रेम को पाकर तो इंसान पूर्ण हो जाता है फिर उसे किसी ओर की चाह नहीं रह जाती, ना ही फिर उसे किसी ओर का ख्याल...
तो उसने शादी तो की है लेकिन प्रेम नहीं,
क्योंकि प्रेम को पाकर तो इंसान पूर्ण हो जाता है फिर उसे किसी ओर की चाह नहीं रह जाती, ना ही फिर उसे किसी ओर का ख्याल...