सभा पर्व( महाभारत)
सभा पर्व महाभारत की १८में से २वी ग्रंथ या पर्व है। सभा पर्व में महल का वर्णन है, जिसे माया ने इंद्रप्रस्थ में निर्माण किया था।
सभा पर्व के १० उप - पर्व है।
१) सभक्रिया पर्व- इस उप - पर्व में बताया है कि किस प्रकार महल का निर्माण हुआ युधिष्ठिर और बाकी उनके भाइयों के लिए । बाद में महल निर्माण के बाद ऋषियों को निमंत्रण दिया गया।
२)लोकपाला सभापायाना पर्व - इसमें बताया है कि भगवान नारद ने समझाया कि किस प्रकार शासन किया जाए और किस प्रकार योग्य मंत्री गढ़ और सेनापति का चुनाव किया जाए। किस प्रकार सेना को ताकतवर बनाए जाए और प्रजा का पालन किया जाए । युद्ध में मारे गए योद्धाओं के परिवार को किस प्रकार सहयोग किया जाए। न्याय कैसे किया जाए , और अपराधी को दण्ड किस अनुसार दिया जाए।राजा का यह कर्तव्य है कि वह अपनी प्रजा के प्रति समर्पित , धर्म निष्ट , योग्य , कर्म में निपुण हो और अर्थशास्त्र का अच्छे से ज्ञान हो। बाद में युधिष्ठिर ने नारद को वादा किया कि वे...
सभा पर्व के १० उप - पर्व है।
१) सभक्रिया पर्व- इस उप - पर्व में बताया है कि किस प्रकार महल का निर्माण हुआ युधिष्ठिर और बाकी उनके भाइयों के लिए । बाद में महल निर्माण के बाद ऋषियों को निमंत्रण दिया गया।
२)लोकपाला सभापायाना पर्व - इसमें बताया है कि भगवान नारद ने समझाया कि किस प्रकार शासन किया जाए और किस प्रकार योग्य मंत्री गढ़ और सेनापति का चुनाव किया जाए। किस प्रकार सेना को ताकतवर बनाए जाए और प्रजा का पालन किया जाए । युद्ध में मारे गए योद्धाओं के परिवार को किस प्रकार सहयोग किया जाए। न्याय कैसे किया जाए , और अपराधी को दण्ड किस अनुसार दिया जाए।राजा का यह कर्तव्य है कि वह अपनी प्रजा के प्रति समर्पित , धर्म निष्ट , योग्य , कर्म में निपुण हो और अर्थशास्त्र का अच्छे से ज्ञान हो। बाद में युधिष्ठिर ने नारद को वादा किया कि वे...