गठरी
कुछ दिनों के लिए मायके आई कोकिला की बेटी सुहाना ने बराबर ध्यान दिया कि दादी का बात- बात पर सलाह देना, काम मन माफिक ना होने पर झिडक देना।
अपनी माँ के प्रति इस तरह का दुर्व्यवहार देख आखिर एक दिन माँ से दादी के प्रति नाराजगी जताते हुए उसने पूछ ही लिया, 'आखिर आप यह सब क्यों सहन करती रहती हो? और साथ में पिताजी भी दादी की हाँ में हाँ मिलाते हुए आपकी उतारते रहते है। कैसे आप सह लेती हैं.... और फ़िर आपको सब कुछ आता हुआ भी हर...