एक था बनी
"आज दिल जैसे उदासी और आँसू के समुन्दर में डूब गया है।आज "बनी एक नई यात्रा पर निकल गया इस जन्म को छोड़कर।"आप सोंच रहे होंगे ये बनी कौन था?बनी मेरी गली के आगे के मुहल्ले का एक प्यारा सा खूबसूरत ,समझदार कुत्ता था !मुझे कुत्ते बहुत प्यारे लगते है,खासकर ये स्ट्रीट डॉग ।मैं अक्सर जब भी उस मुहल्ले की तरफ जाती 5 कुत्ते मुझे अक्सर उस गली के किसी न किसी घर के सामने बैठे या खेलते मिलते,पर नाम किसी के नही थे।एक दिन मैंने देखा उन्ही में से एक काला और सुनहरे रंग का प्यारा सा कुत्ता किसी बाहरी कुत्ते को अपने मुहल्ले की हद से बाहर खदेड़ता हुआ जा रहा था। किसी ने आवाज़ दी बनी जाने दे उसे।बनी रुक गया और वापस आ गया।मैं सम्मोहित हो गयी उसके आज्ञापालन को देख कर।पता लगा वहाँ के एक पति पत्नी उसे 4 साल पहले जब वो 2 महीने का था तो पालने के लिये लाये थे मगर आपको तो पता ही है कि छोटे बच्चे इंसान के हो या जानवर के उन्हें नही पता होता कि उन्हें कहाँ मल मूत्र करना है, उन्हें तो सिखाना पड़ता है ना? वो बनी को ले तो आये मगर उसे सिखाना कुछ नही चाहते थे,और परिणाम ये हुआ कि वो 2 महीने...