नज़र आया वो चेहरा
कई दिनों के बाद नज़र आया वो चेहरा,
जो कभी हमारी खुशियों कि वजह हुआ करता था। जिसे देख हमारी सुबह और रात होती थीं। वो मुस्कान जो मेरे सारे दर्दों की अकेली दवा हुआ करती थी। जो बेचैनी में भी सुकून दे...
जो कभी हमारी खुशियों कि वजह हुआ करता था। जिसे देख हमारी सुबह और रात होती थीं। वो मुस्कान जो मेरे सारे दर्दों की अकेली दवा हुआ करती थी। जो बेचैनी में भी सुकून दे...