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majburi mein bandha ek rishta

तभी पीछे से एक लड़की जिसने मजन्टा रंग का लहंगा पहना हुआ था वह अपने दोनों हाथों से अपना भारी सा लहंगा पकड़े सुजाता जी और अन्या की बातें सुनकर कहती है -“अरे ऐसे कैसे दिव्यंका कहीं जाएगी हम देखते हैं"

ये कहते हुए वो कमरे के बाथरूम मे देखने लगी। और जब उसे भी वहाँ दिव्यंका नहीं मिली तो वो कमरे के दूसरी तरफ बनी बालकनी की तरफ जाने लगी। लेकिन तभी उसकी नजर बेड पर रखे दुलहन के जोड़े के ऊपर रखे एक कागज पर पड़ी जिसे झट से उठाते हुए कहती है -“ " मां ये देखो "

ये कहते हुए उसने उस कागज के टुकड़े को उठाया और जोर से पढ़ना शुरू कर दिया - “माँ और पापा हमे माफ कर दीजिएगा हम ये शादी नहीं कर सकते हैं इसलिए हमे यहाँ से जाना पड़ रहा है। आपकी दिव्यंका।”

वहाँ ये शोर सुनकर बहुत सारे लोग उस कमरे मे आ चुके थे।



लेकिन ये पढ़ने के बाद उस लड़की जिसका नाम दिव्या था जो दिव्यंका की बड़ी बहन यानि राठी साहब की बड़ी बेटी उसने उस अन्या की तरफ अचानक इशारा करते हुए कहती है -“माँ मुझे तो लगता है दिव्यंका को यहाँ से भगाने मे इसी का हाथ है।”



लेकिन इससे पहले कि सुजाता जी कुछ कहती वहाँ उनके पास खड़ी सारिका जी उसकी तरफ देखते हुए कहाती है - “ये तुम क्या कह रही हो दिव्या बेटी। हमारी अन्या भला ऐसा क्यों करेगी।”

उनकी बात सुनकर दिव्या को ऐसे घूरते हुए देख अन्या दौड़कर अपनी माँ का हाथ पकड़कर खड़ी हो गई।



इससे पहले कि दिव्या या कोई और कुछ कहता। कोई अपनी रौबदार आवाज में कहता है- “बिल्कुल सही कह रही है दिव्या। हम जानते थे आप लोगों से हमारे परिवार की खुशी देखि नहीं गई और मुझे तो लगता है इसके साथ इस साजिश मे आपका और वर्मा जी का भी हाथ है। लेकिन मैं आप लोगों को बता देता हूँ बता दीजिए मुझे मेरी बेटी कहाँ है वरना....!”



तभी सुजाता जी अपना सर पकड़कर सोफ़े पर बैठते हुए कहती है - “अब क्या जवाब देंगे हम लड़के वालों को। सोचिए जी कहीं बारात वापस लौट गई तो...!”



तभी दरवाजे की तरफ से एक बार फिर कोई अपनी रोबदार आवाज मे कहता है - “बारात तो खाली हाथ अब वापस नहीं जाएगी।”

आखिर क्यों करा रहे थे राठी जी अपनी बड़ी बेटी से पहले अपनी छोटी बेटी की शादी? क्या वजह थी कि इतने बड़े खानदान का पोता रुद्र रॉय जिसे दुनिया की कोई भी लड़की मिल सकती थी वो एक मामूली से खानदान की लड़की से शादी करने के लिए राजी हो गया? आखिर चौहान साहब ने किसे चुना अपने पोते के लिए? क्या आज बदल जाएगी अन्या की जिंदगी?” जानने के लिए पढ़ते रहिए
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