पूजा अर्चना के नियम
♦️पूजापाठ से जुड़ी हुईं महत्वपूर्ण बातें क्या है?♦️
🔸एक हाथ से प्रणाम नही करना चाहिए।
🔸 सोए हुए व्यक्ति का चरण स्पर्श नहीं करना चाहिए।
🔸बड़ों को प्रणाम करते समय उनके दाहिने पैर पर दाहिने हाथ से और उनके बांये पैर को बांये हाथ से छूकर प्रणाम करें।
🔸जप करते समय जीभ या होंठ को नहीं हिलाना चाहिए। इसे उपांशु जप कहते हैं। इसका फल सौगुणा फलदायक होता हैं।
🔸जप करते समय दाहिने हाथ को कपड़े या गौमुखी से ढककर रखना चाहिए।
🔸जप के बाद आसन के नीचे की भूमि को स्पर्श कर नेत्रों से लगाना चाहिए।
🔸संक्रान्ति, द्वादशी, अमावस्या, पूर्णिमा, रविवार और सन्ध्या के समय तुलसी तोड़ना निषिद्ध हैं।
दीपक से दीपक को नही जलाना चाहिए।
🔸यज्ञ,...
🔸एक हाथ से प्रणाम नही करना चाहिए।
🔸 सोए हुए व्यक्ति का चरण स्पर्श नहीं करना चाहिए।
🔸बड़ों को प्रणाम करते समय उनके दाहिने पैर पर दाहिने हाथ से और उनके बांये पैर को बांये हाथ से छूकर प्रणाम करें।
🔸जप करते समय जीभ या होंठ को नहीं हिलाना चाहिए। इसे उपांशु जप कहते हैं। इसका फल सौगुणा फलदायक होता हैं।
🔸जप करते समय दाहिने हाथ को कपड़े या गौमुखी से ढककर रखना चाहिए।
🔸जप के बाद आसन के नीचे की भूमि को स्पर्श कर नेत्रों से लगाना चाहिए।
🔸संक्रान्ति, द्वादशी, अमावस्या, पूर्णिमा, रविवार और सन्ध्या के समय तुलसी तोड़ना निषिद्ध हैं।
दीपक से दीपक को नही जलाना चाहिए।
🔸यज्ञ,...