वो क्रिसमस की शाम
क्रिसमस की शाम
मेरी बेटी आभा को सभी त्योहारों में सबसे ज्यादा अच्छा क्रिसमस लगता है। और इस त्यौहार का इंतजार वो सालों भर करती ही रहती है। क्यों कि क्रिसमस के दिन शांता क्लोज आकर सुंदर सुंदर आकर्षक तोहफ़ा जो दे जाता है और साथ ही स्वादिष्ट प्लम केक भी तो खाने को मिलता है। क्रिसमस का नाम सुनते ही आभा के चेहरे पर एक अजीब सी चमक आ जाती है और वो बिल्कुल छोटी बच्ची सी चहकने लगती हैं। मुझे आज भी याद है वो क्रिसमस की शाम जब हमारे अपार्टमेंट के कुछ परिवारों के यहां क्रिसमस की तैयारियां चल रही थी। पर हमारे घर में ऐसी कोई चहल-पहल नजर नहीं आ रही थी।तो आभा ने कहा मम्मी मम्मी देखो जर्मी (हमारे पड़ोसी) का घर कितना सुन्दर सजाया है। और आपको पता है उसके घर में एक बड़ा सा पेड़ भी है जो बहुत चमक रहा है।उस पर रंग बिरंगी लाइटें भी लगी है। और उसके नीचे बहुत सारा गिफ्ट भी रखा हुआ है। और वो आंटी केक बना रही है।
वो कहती हैं रात को शांता...
मेरी बेटी आभा को सभी त्योहारों में सबसे ज्यादा अच्छा क्रिसमस लगता है। और इस त्यौहार का इंतजार वो सालों भर करती ही रहती है। क्यों कि क्रिसमस के दिन शांता क्लोज आकर सुंदर सुंदर आकर्षक तोहफ़ा जो दे जाता है और साथ ही स्वादिष्ट प्लम केक भी तो खाने को मिलता है। क्रिसमस का नाम सुनते ही आभा के चेहरे पर एक अजीब सी चमक आ जाती है और वो बिल्कुल छोटी बच्ची सी चहकने लगती हैं। मुझे आज भी याद है वो क्रिसमस की शाम जब हमारे अपार्टमेंट के कुछ परिवारों के यहां क्रिसमस की तैयारियां चल रही थी। पर हमारे घर में ऐसी कोई चहल-पहल नजर नहीं आ रही थी।तो आभा ने कहा मम्मी मम्मी देखो जर्मी (हमारे पड़ोसी) का घर कितना सुन्दर सजाया है। और आपको पता है उसके घर में एक बड़ा सा पेड़ भी है जो बहुत चमक रहा है।उस पर रंग बिरंगी लाइटें भी लगी है। और उसके नीचे बहुत सारा गिफ्ट भी रखा हुआ है। और वो आंटी केक बना रही है।
वो कहती हैं रात को शांता...