❇️ ✍️मेरी गुहार ♥❣️♥
आ गई है गर्मी अब धीरे - धीरे सबको अपनी गर्म लू की चपेट में भी लेगी, ❣️❇️
और चेहरे पर आता पसीना चुभती घूप
से सबके रंगत को छिनेगी ।। बेहाल होंगे ,
सब पटृरी फेरी वाले रोज़गार ,,♥❇️
बे ज़ुबान पशु - पक्षी होंगे बेहाल ,,
फिर भी ये गर्मी का कहर तो मानव झेल लेगा ,,AC और पंखे , ठंठे कुलर की हवा में,, और अपनी प्यास भी भुझा लेगा,
ठंठे पानी वा मिठे रस से भरे पय जल ❇️ ❣️पदार्थ से ,, ना जाने और कितनी सुख सुविधाओं से,, ...
और चेहरे पर आता पसीना चुभती घूप
से सबके रंगत को छिनेगी ।। बेहाल होंगे ,
सब पटृरी फेरी वाले रोज़गार ,,♥❇️
बे ज़ुबान पशु - पक्षी होंगे बेहाल ,,
फिर भी ये गर्मी का कहर तो मानव झेल लेगा ,,AC और पंखे , ठंठे कुलर की हवा में,, और अपनी प्यास भी भुझा लेगा,
ठंठे पानी वा मिठे रस से भरे पय जल ❇️ ❣️पदार्थ से ,, ना जाने और कितनी सुख सुविधाओं से,, ...