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मंगल ग्रह का Alian
मंगल ग्रह के इस alian की एक और किस्सा सुनिए जिससे सुन कर आपको दिमाग की नशे आपकी जुबान से बाहर ना निकल जाए तो कहना ।
इस किस्से की शुरुवात होती है मेरे से यानी हम , आपको तो पता ही है हम Alian है , और इस alian से कितनी लड़कियों को attractiom हो गया और फिर उनका दिल भी टूट गया ,पर आपको पहले से भी पता है ki इन सब में हम बेकसूर है ,
तो बार ऐसी है की एक समय ऐसा आया था ,जब हम हम जिंदगी और मौत के बीच में जूझ रहे थे ,और इस बीच मेरे परिवार ने भी सोच लिया था की अब तो इसकी अर्थी सजने वाली है ,और हम ऐसा उनके हाव भाव देख कर जान गए थे ,क्योंकि वो मुझ पर कुछ ज्यादा ही प्यार जता रहे थे 😂
पर भगवान की मर्जी से से हम बच गए ,पर जिंदा तो अभी भी दवाइयों पर ही थे ,हम हर हफ्ते दूसरे शहर के डॉक्टर के पास जाते थे , चेकअप के लिए उनसे दवाइया लेकर अपने शहर आया करते थे ,
और ऐसा ही एक बार हमारे माता श्री और पिता श्री जो की भोर में ही दूसरे शहर के उस हॉस्पिटल के लिए निकल गए थे मेरा अपॉइंटमेंट लेने के लिए ,पर हम कॉलेज और कोचिंग जाना होता था इसलिए हम दोपहर में कोचिंग के बाद हॉस्पिटल जाने के ऑटो ढूंढ रहे थे ,पर कोई ऑटो नही मिल रहा था ,तभी एक ऑटो वाले भैया आते है और मुझसे पूछते है "का हो बाबू कहा जईब "

हम उनके ऑटो के अंदर देखते है तो सारी लड़किया भरी पड़ी थी साहब वहा बैठने की एक भी जगह नहीं थी सिवाए उस ऑटो ड्राइवर के पास ,वो भैया अपनी बगल की सीट पर बैठने के लिए कहते है ,हम भी वक्त और हालात के मारे बैठ जाते है और चल देते है हॉस्पिटल के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए बीच में रेलवे क्रॉसिंग पड़ती है और वही पर भैया का ऑटो का चक्का फंस जाता है ,अब भईया तो उतर कर धक्का लगा नही सकते थे और लड़किया धक्का लगाएंगी नही ,तो फिर क्या भईया ने कहा " अरे दोस्त जरा ऑटो को पीछे से धक्का लगाना "

अब क्या मैंने मना किया तो वो नही माने और हार मान कर मैंने ऑटो से उतर कर धक्का लगाया तब जाके वो ऑटो वहा से निकल पाया था ,फिर डेढ़ घंटे बाद हम हॉस्पिटल पहुंच कर सारे काम निपटा कर दवा लेकर माता श्री और पिता श्री के साथ वापस अपने शहर के लिए बस या ऑटो का इंतजार करने लगे थे ,
तभी हमारे पास एक ऑटो वाले चाचा रुके जो की हमारे ही गांव के थे इसलिए उन्होंने हमे गांव ले जाने के लिए राजी हो गए और फिर हम अपने गांव की तरफ निकल पड़े , जो की सफर डेढ़ घण्टे का था तो रास्ते में उन ऑटो वाले चाचा को दो सवारी मिलती है जिसमें एक बाप और बेटी होती है ।
उसका बाप तो उस चाचा के पास जाकर बैठ जाता है ,और वो लड़की मेरे पास आकर बैठ जाती है ,मैंने भी सोचा कोई बात नही ,पर भाई साहब उतनी सीट खाली होने के बावजूद मुझ से चिपक कर बैठ रही थी ,और हमको उसकी इस हरकत से बहुत गुस्सा आ रहा था ,पर फिर सोचा जाने दे यार आधे घंटे का तो मामला है बस ,पर उस आधे घंटे में उसको नींद भी आने लगी थी और नींद के लिए उसको मेरा ही कंधा मिल था उसको ,
अब हमारा गुस्सा बढ़ता जा रहा था ,पर वो लड़की थी हम क्या ही कर सकते थे ,हम भी लड़की ही थे पर दिखते नही है ना यार ,इसलिए मेरी परेशानी बढ़ रही थी और ऊपर से गर्मी भी ।
अभी उसको मेरा कंधा काफी नही था की उसने अपने दोनो बाहों को मेरे दूसरे कंधे पर रख दिया ,जैसे कोई प्रेमिका अपनी प्रेमी के कंधे पर सिर रख कर उसको बाहों में भर कर सोती है ,वैसे ही ,
और ये सब मेरी माता श्री चुप चाप देख रही थी और मुस्करा रही थी ,हम भगवान से बस दुआ कर रहे थे की कब इस बला से मेरा पीछा छूटे।और आखिर कर वो समय आ गया
और वो अपने मंजिल तक पहुंच गई और मेरा पीछा छोड़ दिया ,पर उसकी हरकत देखो भाई साहब मेरी फोटो लेने के लिए उसने कोशिश की और हम ठहरे mask वाले इंसान लगा लिया मास्क ।
तो बस इतनी सी कहानी थी इस alian की और बहुत से किस्से है ।

#writcostorychallenge #deadsoul
© Nishu