ऐ मां मेरी दर्द हैं बहुत,उसे मिटाओ नाजाती धर्म मजहब में समन्वय बैठाओ ना
ऐ मां मेरी दर्द हैं बहुत,उसे मिटाओ ना
जाती धर्म मजहब में समन्वय बैठाओ ना
भेदभाव की नीति से हट कर गुल खिलाओ ना
इस नफ़रत की दीवार को मिटाओ ना
प्यारे प्यारे नन्हे मुन्ने को,आग में झूलसाओ ना
मीझ गई है चिराग...
जाती धर्म मजहब में समन्वय बैठाओ ना
भेदभाव की नीति से हट कर गुल खिलाओ ना
इस नफ़रत की दीवार को मिटाओ ना
प्यारे प्यारे नन्हे मुन्ने को,आग में झूलसाओ ना
मीझ गई है चिराग...