...

50 views

कौए की कहानी part2
हंस ने कहाँ ये कौई जिंदगी हैं। कौई भी इंसान जब तसवीर लेता है तो पता नहीं लगता कि बो मेरी तसवीर ले रहा है या पानी की। मैं पानी मे मीलजाता हूँ। तो दोनों साधु के पास जाते है। साधु बोले तुझे भी एक मौका देता हूँ बता क्या बनना है। हंस खुश हो गया और बोला मुझे तोता बना दो साधु बोले चल ठिक है पर मेरी एक shirt हैं हंस बोला क्या है साधु बोले तोते के पास जाओ। दोनों दौड़ 🏁 कर तोते को ढूँढ ते हैं।
एक पेड़ पर बहुत सारे तोते बैठे थे। तो दोनों कौआ और हंस ने उस पेड़ के चार चकर लगाए फिर जब एक तोता मिला। हंस ने तोते से कहा यार तेरी जिंदगी कितनी सही है तेरा रंग कितना सुंदर दिखता है और तेरी चोच लाल अरे वा क्या बात है। तोते ने कहा ये कौई जिंदगी साला ये बताओ तुमने इस पेड़ के कितने चकर लगाए चार। चार चकर लगाए पर तुम्हें मैं नहीं दिखा। नहीं। मुझे तो ये पता नहीं लगता है की पेड़ मे ही मेरा रंग मिल जाता है। तीनों साधु के पास जाते हैं।

और क्या बाते होती हैं part 3 देखो।