प्रारब्ध..
सास- सुन बहू.. !, मुझे पोता ही चाहिए इस कुल को चलाने वाला... अगर लड़की हुई तो उसके साथ तू भी इस घर से विदा हो जायेगी... !
बहू- माँ जी मैं अपनी कोख़ में पल रहे बच्चे के बारे में कैसे बता पाऊँगी कि वो लड़की है या लड़का... !
सास- चुप कर जुबान मत लड़ा मुझसे..
बेटा- माँ सावित्री सच तो कह रही है वो कैसे बताएगी पेट में बच्चा है या या बच्ची...?
सास- इसका तरीका है मेरे पास.. मैंने धूप में बाल सफ़ेद नहीं किये.. समझे
बहू-बेटा- क्या तरीका है माँ..??
सास- मैंने सूरज को भेज रख्खा है गांव की ताई को...
बहू- माँ जी मैं अपनी कोख़ में पल रहे बच्चे के बारे में कैसे बता पाऊँगी कि वो लड़की है या लड़का... !
सास- चुप कर जुबान मत लड़ा मुझसे..
बेटा- माँ सावित्री सच तो कह रही है वो कैसे बताएगी पेट में बच्चा है या या बच्ची...?
सास- इसका तरीका है मेरे पास.. मैंने धूप में बाल सफ़ेद नहीं किये.. समझे
बहू-बेटा- क्या तरीका है माँ..??
सास- मैंने सूरज को भेज रख्खा है गांव की ताई को...