कुछ नही लिखने को!!!!
कुछ नहीं लिखने को, तेरा नाम लिखदु क्या?
इस शोर भरे शहर में, सुकून की शाम-ए- चाय, तेरे नाम लीखदु क्या?
ये दौड़ती हुई...
इस शोर भरे शहर में, सुकून की शाम-ए- चाय, तेरे नाम लीखदु क्या?
ये दौड़ती हुई...