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चुड़ैल के झुमके
अमन एक काफी समझदार लड़का है जो बी एच यू में पढ़ता है ;उसकी पढ़ाई पढ़ाई पूरी हो गयी है तो वो अपने गांव जा रहा है उसके पिता जी गांव के जमींदार थे और उसकी गांव में दो हवेलियां है अब उसके पिता जी का  बीमारी के  कारण तबियत ठीक नहीं रहता है तो हवेली की देखरेख गांव के एक गुप्ता जी हैं वही करते हैं ‌।
अमन लगभग चार सालों से गांव नहीं गया है पर उसने सुन रखा है कि गांव में किसी चुड़ैल का साया है लगभग दो सालों से। अमन जब अपने गांव से कुछ दूर एक चौराहे पर पहुंचा तो उनके घर का खास ड्राइवर विनोद उसे लेने आया था अमन और वो दोनों काफी अच्छे मित्र थे ।
दोनों जब गाड़ी मे बैठकर चल पड़े तो अमन ने पूछा कि क्या सच में गांव में चुड़ैल का साया है ।
तो विनोद बोला हां भाई सच में गांव में कई लोगों ने देख रखा है अमन ने पूछा ये कब से शुरू हुआ तो विनोद ने कहा अरे वो जो अपने गुप्ता साहब है न उन्ही से अच्छा कैसे मुझे भी बता तो विनोद बोला —-
 जब एक दिन गुप्ता जी दूसरे हवेली पर ताला लगाकर निकले ही थे तभी जो हवेली के दरवाजे के सामने वाले पीपल के पेड पर से उन्होंने झुमके की आवाज़ सुनी और जब डरते हुए पास गये तो सिर्फ वहां आवाज आ रही थी कोई दिख नहीं रहा था तभी अचानक एक काली परछाई ने उन्हें बेहोश कर दिया सुबह जब उन्हें होश आया तो वो हवेली के पीछे वाले कब्रिस्तान में पड़े थे जहां पहले के जमींदारों की समाधी बनायी जाती थी ।
इसी तरह बहुत से लोगों ने उस चुड़ैल को और उसके झुमके की आवाज़ को सुन रखा है शाम होते ही उस दूसरे हवेली के पास तो कोई भटकता भी नहीं ।
अच्छा क्या तू भी मानता है की भूत प्रेत होते हैं अमन ने पूछा? नहीं मैं नहीं मानता पर अब इतने लोग कह रहे हैं तो होगी ही ।
तू इतने गौर से क्यों पूछ रहा है क्या चुड़ैल से शादी करना है तुझे अमन बोला यार तू भी न इतना कहकर दोनों हंसने लगे ।
कुछ ही देर में दोनों घर पहुंच गए अमन ने पिता जी को प्रणाम किया और उनके डाक्टर से पूछा की पिता जी की बीमारी कैसी हैं तो डाक्टर ने कहा कुछ नहीं बस जल्द ही ठीक हो जायेंगे सुगर और बी पी कम ज्यादा हो जाता है ।
कोई घबराने की जरूरत नहीं है ।
पिता जी ने कहा अरे अमन जा थोडा गांव घूम आ इतने दिन बाद आया है थोड़ा बहुत लोगों से मिल और इसी बहाने अपने खेत और हवेली भी देख आना पर बेटा शाम के बाद उस हवेली में मत जाना सुना है ओ झुमके वाली चुड़ैल उसी हवेली में रहती हैं।
जी पिता जी अमन बोला और विनोद के साथ घूमने निकल पड़ा ।
दोनों बातें करते हुए निकल पड़े और जो भी मिलता सभी का हाल चाल पूछते हुए खेता देखा और फिर हवेली पर भी गये विनोद बोला भाई सब ठीक है पर मैं उस कब्रिस्तान में न जाऊंगा क्या पता चुडैल वहीं हो अमन बोला अबे चल यार ऐसा कहां होता है चुड़ैल भूत कुछ नहीं होता है ।
अमन और विनोद दोनों हवेली घूमने लगे अमन ने पूछा ये हवेली की सफाई कितने दिनों से नहीं हुई है विनोद बोला लगभग छः महीने हो गये अभी नवरात्रि के समय कराया था पर जितना साफ सफाई करना था सब दिन में हुआ रात में कोई करने को तैयार नहीं था ।
अच्छा ये बता की जब दो तीन महीने से सफाई नहीं हुई है तो ये वाला रुम इतना साफ क्यों है मुझे तो कुछ गडबड लगता है चल इधर उधर ढूंढ कुछ न कुछ तो जरूर मिलेगा ।
चल ठीक इतना बोलकर दोनों ढूंढने लगे पर कुछ भी उनके हाथ न लगा तभी विनोद जोर से चीख पड़ा अमन भागकर उसके पीछे आया और बोला क्या हुआ विनोद बोला कुछ नहीं यार ये कुछ पैर में चुभ गया अमन ने देखा तो वो एक साउंड इफेक्ट करने वाला माइक्रो स्पीकर था ।
अमन का और भी बढ़ने लगा तो वह दोनों कब्रिस्तान की और निकल पड़े काफी देर ढूंढने के बाद उन दोनों को वहां कुछ न मिला ।
शाम हो गयी विनोद बोला चल यार पर अमन बोला नहीं आज रुक कर देखते हैं यहां क्या होता है पर वहां पूरी रात कुछ न हुआ ।
जब वह दोनों घर आये तो पता चला की किसी आदमी को आज फिर उस चुड़ैल ने गांव के तालाब के पास डरा दिया ।
अमन उस आदमी के घर गया तो वो आदमी बिस्तर पर पडा था अमन ने उसका हाल पूछा और बोला कल रात क्या हुआ आपके साथ तो उसने कहा मैं खेत सीचने के लिए मशीन को तालाब पर लगाने गया था तभी पहले धीरे धीरे फिर अचानक तेज तेज झुमके की आवाज़ के साथ साथ हंसने की आवाज आने लगी अचानक मुझे लगा की कोई पीछे है पर कोई नहीं था तभी जैसे ही मैं मुड़ा तो सामने एक लड़की थी उसका चेहरा नहीं दिख रहा था पर झुमके काफी बड़े थे पर उनकी आवाज मुझे नहीं लग रहा की बहुत ज्यादा थी क्योंकि झुमके की आवाज़ जैसे थोड़े दूर से आ रही हो ।
अमन का शक अब और भी बढ़ने लगा ।
जब शाम को गुप्ता जी और बोले बेटा अमन आज मेरे घर तुम्हारा निमंत्रण है आज मेरी भांजी का जन्मदिन है तो तुम आना और विनोद को भी लेते आना  जी जरुर गुप्ता जी वहां से चले गये ।
शाम को विनोद और अमन गुप्ता जी के घर पहुंचे उनके यहां तैयारी जोरों से चल रही थी केक आदी टेबल परा सजा था तभी सामने से एक लड़की चल के आने लगी कानों में बड़े बड़े झुमके अपने उंगलियों से बालों के लट को पीछे करती हुई आयी अमन की नजर तो उसके झुमके पर से हट ही नहीं रहे थे विनोद ने पीछे से हाथ हिलाकर कहा रहने दें भाई ये वो वाली चुड़ैल नहीं है अमन भी  धीरे से हसते हुए बोला चुप कर यार।
केक काटा गया सभी ने उसको शुभकामनाएं और थौफे दिए अमन तो कुछ लाया नहीं था तो दूसरी ओर खड़ा हो गया कुछ देर बाद गुप्ता जी ने परिचय कराया कि ये हमारे जमींदार साहब के बेटे अमन है और कल ही बनारस से पढ़ाई करके लौटे हैं ।
अमन ने नमस्ते किया । तो सबने भी नमस्कार किया उसके बाद गुप्ता जी ने बताया ये मेरी भांजी अना है जो अभी यहां दो सालों से रहने आयी हैं अमन ने उसे हाय कहा तो उसने भी हाय कहा फिर गुप्ता जी ने अमन को गेस्ट रूम में बिठाया अमन और विनोद गेस्ट रूम में बैठें ही थे कि तभी अचानक उसकी नज़र सामने वाले कमरे पर पड़ी जहां बहुत सारे माइक्रो स्पीकर और झुमके का एक बाक्स रखा था ।
अमन चुपके से उस कमरे में गया तो वहां एक ड्रेस भी रखी थी जो की  की किसी फैंसी ड्रेस कंपटीशन में चुड़ैल के रोल के लिए लोग पहनते हैं।
 रात में अगर कोई इसे पहन कर निकल जाये तो अच्छे अच्छे आदमी डर जायेंगे।
अब अमन का शक पूरे तरीके से यकीन में बदल गया था काम इतना था की रंगे हाथों उसे पकड़ना था ।
खाना आया तो अमन और विनोद दोनों खाने लगे तभी अना आयी और बोली कुछ चाहिए तो बता दीजियेगा अमन बोला नहीं खाना काफी अच्छा है पेट तो भर गया पर मन नहीं भरा अना शर्माते हुए बोली की धन्यवाद वैसे  आज का खाना मैंने ही बनाया है ।
अमन बोला वैसे आपके झुमके भी काफी खूबसूरत हैं लगता है काफी शौक है आपको
अना बोली धन्यवाद ।
इसके बाद अमन घर आ गया और  पिता जी से पूछा क्या कोई उस हवेली को खरीदना चाहता है तो उन्होने बताया हां दो साल पहले गुप्ता जी के दामाद ने खरीदने की बात की तो मैंने मना कर दिया मैंने कहां मुझे इसकी क्या जरूरत है ।
उसके बाद उन्होंने कुछ नहीं कहा और फिर देखो अब उस हवेली को कोई आधे दाम में भी नहीं खरीदेगा मन तो करता है कि उसका जो भी थोड़ा बहुत पैसा मिले बेच दूं ।
अमन बोला आप चिंता न करें पिता जी कल के बाद उस हवेली में चुड़ैल नहीं आयेगी ।
इसके बाद अमन विनोद को लेखक उस हवेली के  गया और जगह जगह सीक्रेट कैमरे लगा दिए तथा पास के पेड के पीछे नाइट विजन कैमरे के साथ छुप गया ।
अमन ने विनोद से कहा तुमने कहा दिया है न कि कोई यहां आज आके इस हवेली में रहे ताकी साबित हो सके की यहां कोई चुड़ैल नहीं है और ये बात गुप्ता जी को भी बता दिया था न विनोद बोला हां पर इसका गुप्ता जी से क्या संबंध तो अमन बोला क्योंकि ये चुड़ैल गुप्ता जी की भांजी है क्या सच में अमन बोला हां ।
तो हम ये बात पुलिस को क्यों नहीं बताते तो अमन बोला पहले रंगे हाथ पकड़ तो लें ।
उसके बाद गांव का आदमी हवेली में सोने के लिए पहुंचा और जैसे ही हवेली में पहुंचा तो लाइट आन आफ होने लगी और जोर जोर से चिल्लाने की आवाज आने लगी वो आदमी बेहोश हो गया उसके बाद वो चुड़ैल जैसे ही उसे घसीट कर पीपल के पास ले जाने लगी तो पीछे से अमन और विनोद ताली बजाते हुए निकले और बोले हमें तो पता नहीं था अना जी आप खूबसूरत के साथ साथ अभिनय भी खूबसूरत करती है ।
अना ने भागने की कोशिश की पर अमन ने उसके हाथ पकड लिए तो अना रोने लगी बोली छोड दो तो अमन ने बोला पहले ये बताओ की तुमने ये सब क्यों किया तुम बता दोगी तो मैं ये बात किसी को नहीं बताऊंगा वैसे भी तुम मुझे अच्छी लगती हो तो अगर तुम्हारे पापा को ये हवेली चाहिए तो मैं उन्हें जरूर दें दुंगा ।
तो अना शांत हो गयी और बोली कि उसके पापा ने कहा था कि अगर मैं अभिनय करुंगी तो वो मेरे पसंद के लडके से मेरी शादी करायेंगे अमन बोला कोई बात नहीं और ऐसे ही पूरी रात बात चली ।
सुबह हुई तो अमन ने गांव वालों को बता दिया की आज के बाद वो चुड़ैल इस गांव में कभी नहीं आयेगी ।
गुप्ता जी भी अपने कार्य पर शर्मिंदा थे उन्होंने वादा किया की अब आज के बाद ये ग़लती वो कभी नहीं करेंगे कुछ दिनों बाद अमन और अना की शादी हो गयी दोनों प्यार के साथ रहने लगे एक दिन अना ने पूछा तुम्हें क्या पसंद है तो अमन ने कहा मुझे तो चुड़ैल के झुमके पसंद है इतना सुनकर अना अमन के पीछे दौड़ी और अमन भी हंसते हुए भागकर उससे बचने की कोशिश करने लगा ये सारा दृश्य देखकर विनोद हंस रहा था और सोच रहा था चुड़ैल के झुमके वाकई खूबसूरत हैं।।
लेखक—--- अरुण कुमार शुक्ल