life
कभी कभी हम ज़िन्दगी के उस मोड़ पर खड़े होते है जहां ज़िद मरने की होती है लेकिन जीना मज़बूरी। आज के ज़माने में लोग पढ़ाई डिग्री से, खूबसूरती चेहरे की सुंदरता से और औकात पैसे से नापते है। हर इंसान या तो पैसे के पीछे है या पैसे वाले के पीछे। कभी रुको ज़िन्दगी में और सोचो कामयाब और खुशनसीब कौन है वो शक्स जिसके पास बेशुमार दौलत है या फिर वो शख्स जिसके पास हसता खेलता परिवार और सुकून दोनों है। जरूरतों को पूरा करते करते हर शख्स खुद के घर में मुसाफिर बन बैठा है। कामयाबी भी जरूरी है और आसमान को छूना भी जरूरी है ज़िंदगी में लेकिन सिर्फ उतनाजहां से हमारे हमें बिल्कुल साफ दिखाई दे क्योंकि हमने उड़ते परिंदो से सीखा है कि आसमान में ठिकाने नहीं होते क्योंकि अगर ऐसा होता तो वो शाम को बसेरा जमीन पर नहीं लेते। खुदा से हम हर रोज यही दुआ करते हैं कि हमें औकात से ज्यादा कुछ नहीं देना क्योंकि हद से ज्यादा रोशनी भी आंखों को अंधा बना देती है।।
© Deepali gangwar
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