मेरा मार्ग
जीवन हम कई तरीके से जीना पसंद करते है और वही जीवन हमारा सुख दुख तय करता है । हम अक्सर ये मानते है कि ये दुख और सुख जो आते है वो जीवन का पहेलु होते है या ऐसा कहे कि नसीब का एक भाग होते है जो हमे हर पल मिलता रहेता है ।हम जीवन मे कई सारे ऐसे प्रसंग जीते जहाँ हमारी खुसी बहोत अधिक होती है और कई बार हमारे दुख अधिक होते है लेकिन कभी हम इसकी गहराई नही ढूढं पाते और अक्सर जीवन मे उसकी कई सारी बातो से अंजान रहते है तो आज उसी पे थोड़ी बात करते है और समझते है इस परिस्थिति की गहराई की उस बात को जो समझना हमारे लिए बहोत जरूरी है ।
जीवन मे आ रहे सुख दुख असल मे हमारे जीवन मे 2 कारण से आते है पहला कारण है कि हमने जीवन मे तय किये हुए लक्ष्य और उस मार्ग पे चलने से जहाँ हमे जीवन की सफ़लता मिलती है या मिलने वाली होती है और दूसरा कारण है कि हम तय समय पे या समय की मांग के अनुरुप कोई काम या व्यवहार नही कर पाते यही दो कारण होते जो सुख दुख की जीवन की स्थिति को निर्धारित करते है । जहाँ हम जीवन के निर्धारण लक्ष्य को पूरा करने का संकल्प करते है और उस मार्ग पे चलने न चलने से हमारी स्थिति बनती है या बिगड़ती है ।
मनुष्य जीवन एक स्थिर जीवन है और परिस्थितियों के आधार पर उसे बदलना पड़ता है और जब वो परिस्थितियों के आधार पे अपना जीवन बदलता है तब उसे अस्थिर होना पड़ता है और यही अस्थिरता जीवन मे स्थिर परिस्थितियों को बदलती है और मनुष्य सुख या दुख का भागीदार बनता है । हम हमेशा ये सोचते है कि जीवन मे हम असफल हो गए या सफल नही हो पाए लेकिन क्या कभी आप उसकी बात को समझ पाए है क्या ? आपका मानना है भगवान जीवन देता है और बनाता है और जीवन मे हमे हर मुश्किल हालात में रक्षा करता है । लेकिन क्या आप ये समझ पाए कि जब भगवान जीवन देता है तब उसका मार्ग भी निर्धारित करता है क्योंकि सबका जन्म एक सफल उद्देश्य के साथ होता है ।
अब आपको उसकी बात समजाने का प्रयास करता हु जब हम किसी भी अवसर को करते है या किसी भी जीवन की प्लानिंग करते है तब हम सारे सोच विचार करते है । हम उसका मार्ग बनाते है और उस मार्ग पे चलते चलते जीवन जीते है क्यो हम कभी उसमे दूसरा मार्ग नही पकड़ लेते ।औऱ अगर हम उसी मार्ग पे चलेंगे तो कई सारे दूसरे भी ऐसे मार्ग होंगे जिसका लाभ हम नही उठा सकेंगें । या फिर यू कहे तो भी चलेगा कि हम उस मार्ग के लाभ हानि का लाभ अपने जीवन मे नही ले सकते तो क्या हम कभी ये सोचते है कि हम उसका लाभ नही ले शके ये नही कर सके या ये नही मिला वो नही मिला क्यो हम हमारे एक ही मार्ग जीवन का जो तय करते है उसपे चले जाते है क्योंकि वो मार्ग ही है जिसके लिए हमने स्वपन देखे या जिसपे चलने से हमारा जीवन के तय उद्देश्य तक पहोच सकेंगे ।
तो भगवान जब जन्म देते है तब भी वो हमारे जीवन का मार्ग तय करते है । और उसी...
जीवन मे आ रहे सुख दुख असल मे हमारे जीवन मे 2 कारण से आते है पहला कारण है कि हमने जीवन मे तय किये हुए लक्ष्य और उस मार्ग पे चलने से जहाँ हमे जीवन की सफ़लता मिलती है या मिलने वाली होती है और दूसरा कारण है कि हम तय समय पे या समय की मांग के अनुरुप कोई काम या व्यवहार नही कर पाते यही दो कारण होते जो सुख दुख की जीवन की स्थिति को निर्धारित करते है । जहाँ हम जीवन के निर्धारण लक्ष्य को पूरा करने का संकल्प करते है और उस मार्ग पे चलने न चलने से हमारी स्थिति बनती है या बिगड़ती है ।
मनुष्य जीवन एक स्थिर जीवन है और परिस्थितियों के आधार पर उसे बदलना पड़ता है और जब वो परिस्थितियों के आधार पे अपना जीवन बदलता है तब उसे अस्थिर होना पड़ता है और यही अस्थिरता जीवन मे स्थिर परिस्थितियों को बदलती है और मनुष्य सुख या दुख का भागीदार बनता है । हम हमेशा ये सोचते है कि जीवन मे हम असफल हो गए या सफल नही हो पाए लेकिन क्या कभी आप उसकी बात को समझ पाए है क्या ? आपका मानना है भगवान जीवन देता है और बनाता है और जीवन मे हमे हर मुश्किल हालात में रक्षा करता है । लेकिन क्या आप ये समझ पाए कि जब भगवान जीवन देता है तब उसका मार्ग भी निर्धारित करता है क्योंकि सबका जन्म एक सफल उद्देश्य के साथ होता है ।
अब आपको उसकी बात समजाने का प्रयास करता हु जब हम किसी भी अवसर को करते है या किसी भी जीवन की प्लानिंग करते है तब हम सारे सोच विचार करते है । हम उसका मार्ग बनाते है और उस मार्ग पे चलते चलते जीवन जीते है क्यो हम कभी उसमे दूसरा मार्ग नही पकड़ लेते ।औऱ अगर हम उसी मार्ग पे चलेंगे तो कई सारे दूसरे भी ऐसे मार्ग होंगे जिसका लाभ हम नही उठा सकेंगें । या फिर यू कहे तो भी चलेगा कि हम उस मार्ग के लाभ हानि का लाभ अपने जीवन मे नही ले सकते तो क्या हम कभी ये सोचते है कि हम उसका लाभ नही ले शके ये नही कर सके या ये नही मिला वो नही मिला क्यो हम हमारे एक ही मार्ग जीवन का जो तय करते है उसपे चले जाते है क्योंकि वो मार्ग ही है जिसके लिए हमने स्वपन देखे या जिसपे चलने से हमारा जीवन के तय उद्देश्य तक पहोच सकेंगे ।
तो भगवान जब जन्म देते है तब भी वो हमारे जीवन का मार्ग तय करते है । और उसी...