चाहां ही तो था तुमको, और क्या खता हमसे हुई
शांत झील के किनारे बैठी मीना का चेहरा उदास था। हवा में बहती ठंडी हवा भी उसके दिल की उदासी को कम नहीं कर पा रही थी। उसकी आँखों में आंसू थे और होंठों पर वो शिकायत थी, "चाहां तो था तुझको और क्या खता हमसे हुई?"
मीना की शादी कुछ साल पहले ही हुई थी। शादी के शुरुआती दिन बहुत अच्छे थे। पति रवि बहुत प्यार करते थे और मीना भी उनसे बहुत खुश थी। लेकिन धीरे-धीरे रवि का व्यवहार बदलने लगा। वो मीना के साथ कम समय बिताने लगे और उनसे बातचीत भी कम करने लगे। मीना ने रवि से कई बार बात करने की कोशिश की, लेकिन रवि ने कभी भी अपनी...
मीना की शादी कुछ साल पहले ही हुई थी। शादी के शुरुआती दिन बहुत अच्छे थे। पति रवि बहुत प्यार करते थे और मीना भी उनसे बहुत खुश थी। लेकिन धीरे-धीरे रवि का व्यवहार बदलने लगा। वो मीना के साथ कम समय बिताने लगे और उनसे बातचीत भी कम करने लगे। मीना ने रवि से कई बार बात करने की कोशिश की, लेकिन रवि ने कभी भी अपनी...