एक सवाल का जबाब
यूरोप में एक देश इटली था जहां एक व्यक्ति नेपोलियन निवास करता था। नेपोलियन सामान्यता एक सैनिक के रूप में इटली की सेना में भर्ती हुआ। इटली के लोगों की समस्या और सामाजिक व्यवस्था को देख करके वह अक्सर परेशान रहा करता था। एक दिन वह कुछ अपने सैनिक साथियों को लेकर इटली में विद्रोह करने की बात कही। उसके सैनिक मित्र उसकी बात मान कर सेना में विद्रोह कर दिया। किंतु जब राजा को उसके विद्रोह की सूचना मिली तो बहुत सारे सैनिकों को उसे पकड़कर लाने के लिए कहा गया।
नेपोलियन और उनके साथी वहां से भाग निकले किंतु नेपोलियन के 9 मित्र जो सैनिक के रूप में कार्य कर रहे थे वह सभी मारे गए और नेपोलियन ने एक दर्जी के यहां कतरन में छुप कर अपनी जान बचाने की कोशिश की राजा के सैनिक नेपोलियन जिस कतरन में छुपा था उस पर बार-बार भाले से वार करने लगे किंतु वह नेपोलियन को नहीं पकड़ सके नेपोलियन धीरे से निकलकर वहां से भाग गया।
आगे चलकर नेपोलियन ने इटली का तख्ता पलट कर के वहां के शासक के रूप में अपना जीवन यापन करना आरंभ कर दिया।
1 दिन की बात है जब नेपोलियन राजा बन गया तो उसने जिसके कतरन में छुप कर अपनी जान बचाई थी उस दर्जी को अपने पास बुलाया और उस दर्जी से पूछा। तुम्हें क्या चाहिए?
दर्जी ने डरते हुए नेपोलियन से कहा महाराज हमें अपने बच्चों की नौकरी और सुंदर घर चाहिए इसके साथ एक सवाल का जवाब भी हमें चाहिए।
नेपोलियन ने दर्जी से कहा है दर्जी अपना सवाल पूछो। दर्जी ने कहा महाराज जब आप हमारे यहां कतरन में छुपे हुए थे उस समय आपके ऊपर बार-बार भाला से चोट किया जा रहा था उस चोर को खा कर आपको कैसा लग रहा था? दर्जी का प्रश्न सुनते ही नेपोलियन ने तुरंत कहा इसे कैद खाने में डाल दो।
दर्जी को कैद में डाल दिया गया उसके बच्चों को नौकरी दे दी गई और सुंदर सा घर भी उनके लिए बनवा दिया गया।
6 माह की कैद के बाद दरजी को नेपोलियन ने अपने सामने बुलाया और एक खंभे से उसे बांध दिया गया। नेपोलियन ने एक बंदूक उठाई और दर्जी के सर के ऊपर एक गोली चलाई दूसरी गोली उसके कान के दोनों तरफ चलाई और फिर दर्जी को खोलकर सामने खड़ा किया और पूछा कि बताओ तुम्हें कैसा लगा?
दर्जी ने कहा सम्राट मुझे पहली गोली पर ऐसा लगा कि आप का निशाना नहीं झुकेगा दूसरी गोली पर मेरी जान निकल गई और तीसरी गोली पर तो मैं ऐसा मानने लगा कि अब तो मैं मर ही जाऊंगा।
नेपोलियन ने मुस्कुराते हुए कहा कि दरजी मुझे हर भाले की चोट के बाद ऐसा ही लगा करता था कि आपकी मर ही जाऊंगा अबकी मर भी जाऊंगा और इस तरह करते हुए मैं बच गया।
हैदर जी अगर तुम्हें मेरी बात समझ में आ गई हो तो अपने घर जा और खुशी पूर्वक रह।
© abdul qadir
नेपोलियन और उनके साथी वहां से भाग निकले किंतु नेपोलियन के 9 मित्र जो सैनिक के रूप में कार्य कर रहे थे वह सभी मारे गए और नेपोलियन ने एक दर्जी के यहां कतरन में छुप कर अपनी जान बचाने की कोशिश की राजा के सैनिक नेपोलियन जिस कतरन में छुपा था उस पर बार-बार भाले से वार करने लगे किंतु वह नेपोलियन को नहीं पकड़ सके नेपोलियन धीरे से निकलकर वहां से भाग गया।
आगे चलकर नेपोलियन ने इटली का तख्ता पलट कर के वहां के शासक के रूप में अपना जीवन यापन करना आरंभ कर दिया।
1 दिन की बात है जब नेपोलियन राजा बन गया तो उसने जिसके कतरन में छुप कर अपनी जान बचाई थी उस दर्जी को अपने पास बुलाया और उस दर्जी से पूछा। तुम्हें क्या चाहिए?
दर्जी ने डरते हुए नेपोलियन से कहा महाराज हमें अपने बच्चों की नौकरी और सुंदर घर चाहिए इसके साथ एक सवाल का जवाब भी हमें चाहिए।
नेपोलियन ने दर्जी से कहा है दर्जी अपना सवाल पूछो। दर्जी ने कहा महाराज जब आप हमारे यहां कतरन में छुपे हुए थे उस समय आपके ऊपर बार-बार भाला से चोट किया जा रहा था उस चोर को खा कर आपको कैसा लग रहा था? दर्जी का प्रश्न सुनते ही नेपोलियन ने तुरंत कहा इसे कैद खाने में डाल दो।
दर्जी को कैद में डाल दिया गया उसके बच्चों को नौकरी दे दी गई और सुंदर सा घर भी उनके लिए बनवा दिया गया।
6 माह की कैद के बाद दरजी को नेपोलियन ने अपने सामने बुलाया और एक खंभे से उसे बांध दिया गया। नेपोलियन ने एक बंदूक उठाई और दर्जी के सर के ऊपर एक गोली चलाई दूसरी गोली उसके कान के दोनों तरफ चलाई और फिर दर्जी को खोलकर सामने खड़ा किया और पूछा कि बताओ तुम्हें कैसा लगा?
दर्जी ने कहा सम्राट मुझे पहली गोली पर ऐसा लगा कि आप का निशाना नहीं झुकेगा दूसरी गोली पर मेरी जान निकल गई और तीसरी गोली पर तो मैं ऐसा मानने लगा कि अब तो मैं मर ही जाऊंगा।
नेपोलियन ने मुस्कुराते हुए कहा कि दरजी मुझे हर भाले की चोट के बाद ऐसा ही लगा करता था कि आपकी मर ही जाऊंगा अबकी मर भी जाऊंगा और इस तरह करते हुए मैं बच गया।
हैदर जी अगर तुम्हें मेरी बात समझ में आ गई हो तो अपने घर जा और खुशी पूर्वक रह।
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