part 1 birbal same story with voice
अकबर और बीरबल की इस Story में अकबर अपने सेवक को झूठ बोलने की सजा देते है । बादशाह अकबर अपने सेवक को एक छोटा सा झूठ बोलने पर भी फांसी की सजा सुनाते है । बीरबल सेवक की जान बचाते है ।
एक दिन बादशाह अकबर के शयनकक्ष में सफाई करते समय किसी सेवक के हाथ से अकबर का पसंदीदा फूलदान गिरकर टूट जाता है । फूलदान टूट गया था इस वजह से वो सेवक चिंतित होता है । उसने किसी को कुछ भी नहीं बताया और फूलदान के सारे टुकड़े समेटे और बहार फेंक दिए ।बादशाह अकबर जब अपने शयनकक्ष में आते है तब उन्हें अपना मनपसंद फूलदान नहीं दिखाई देता है । अबकर सेवक को बुलाकर फूलदान के बारे में पूछते है । फूलदान सेवक से टूट गया था इसलिए वो बहुत घबरा गया । सेवक इस समय बादशाह अकबर को क्या जवाब दे वो उसे समज में नहीं आ रहा था । उसने बादशाह अकबर से डरकर झूठ बोल दिया की में वो फूलदान साफ करने के लिए मेरे घर पर ले गया था और अभी भी वो वही पर है ।
अबकर को वो फूलदान बहुत पसंद थे...
एक दिन बादशाह अकबर के शयनकक्ष में सफाई करते समय किसी सेवक के हाथ से अकबर का पसंदीदा फूलदान गिरकर टूट जाता है । फूलदान टूट गया था इस वजह से वो सेवक चिंतित होता है । उसने किसी को कुछ भी नहीं बताया और फूलदान के सारे टुकड़े समेटे और बहार फेंक दिए ।बादशाह अकबर जब अपने शयनकक्ष में आते है तब उन्हें अपना मनपसंद फूलदान नहीं दिखाई देता है । अबकर सेवक को बुलाकर फूलदान के बारे में पूछते है । फूलदान सेवक से टूट गया था इसलिए वो बहुत घबरा गया । सेवक इस समय बादशाह अकबर को क्या जवाब दे वो उसे समज में नहीं आ रहा था । उसने बादशाह अकबर से डरकर झूठ बोल दिया की में वो फूलदान साफ करने के लिए मेरे घर पर ले गया था और अभी भी वो वही पर है ।
अबकर को वो फूलदान बहुत पसंद थे...