दहेज के लोभी
💔 सुहागन का शव 💔
********************
एक कवि नदी के किनारे खड़ा था !
तभी वहाँ से एक लड़की का शव
नदी में तैरता हुआ जा रहा था।
तो तभी कवि ने उस शव से पूछा ----
कौन हो तुम ओ सुकुमारी,बह रही क्यों नदी के जल में ?
कोई तो होगा तेरा अपना,मानव निर्मित इस भू-तल मे !
किस घर की तुम बेटी हो,किस क्यारी की कली हो तुम
किसने तुमको छला है बोलो, क्यों...
********************
एक कवि नदी के किनारे खड़ा था !
तभी वहाँ से एक लड़की का शव
नदी में तैरता हुआ जा रहा था।
तो तभी कवि ने उस शव से पूछा ----
कौन हो तुम ओ सुकुमारी,बह रही क्यों नदी के जल में ?
कोई तो होगा तेरा अपना,मानव निर्मित इस भू-तल मे !
किस घर की तुम बेटी हो,किस क्यारी की कली हो तुम
किसने तुमको छला है बोलो, क्यों...