सच्चा गुरु कौन है ।
धर्मग्रंथों व शास्त्रों ने सदैव गुरु को महत्व दिया है । इस संसार में गुरु से श्रेष्ठ पदवी किसी को प्राप्त नहीं है । जीवन में परमात्मा के अतिरिक्त कोई पूर्ण नहीं है । इसीलिए गुरु जिसे परमात्मा का रूप कहा जा सकता है उसका जन्म होता है । हर मनुष्य में कुछ गुण होते हैं जो एक दूसरों से भिन्न होते है । इसीलिए जैसे गुण चाहिए वैसे गुरु का सेवा करो और फल प्राप्त करो । किंतु कौन वास्तिक रूप से गुरु है । गुरु वह है जो निस्वार्थ भाव से किसी को शिक्षा देता है । गुरु अपने किसी भी शिष्य के साथ भेदभाव नही करता । उसके लिए विद्या श्रेष्ठ होता है । जो गुरु स्वार्थ हेतु शिक्षा देता है वह गुरु कैसा । गुरु का जन्म ही परोपकार के लिए...