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एक असम्भव प्रेम गाथा अनन्त का सम्मान समारोह।।
लेखक द्वारा आयोजित गाथा सम्मान समारोह दोनों वर्ग के जन कल्याण समिति द्वारा आयोजित किया गया है।।
हैड आफ ओनर -वासुदेव श्रीकृष्ण
लेखक -वासुदेव श्रीकृष्ण द्वारा संचालित की गई है
मुख्य न्यायाधीश -वासुदेव श्रीकृष्ण
सम्मान समारोह में पात्रों की स्पीच एवं पुरस्कार वितरण।।
नोट -एक असम्भव प्रेम गाथा अनन्त के अपूर्ण रह जाने के दो मुख्य श्रोथ।।
पुरूष वासना। स्त्री धन लोभ।
गाथा पृष्ठ -कौन ज्यादा पवित्र और शुद्ध हैं।।
श्रुताओ की भाषा स्पीच -इजज्त का बाजार और इज्जत बेचने वाली ।।
एक असम्भव प्रेम गाथा अनन्त में वीरांगनाओ और पीड़ितों की जीवनशैली प्रारंभ से अंत तक कितनी भिन्न-भिन्न भागों में बटी हुई है।। क्या वाकई एक वैशया और एक अन्य लड़की एक दुसरे से अलग अलग नहीं है और क्या दोनों एक ही अग्नि परीक्षा
भिन्न-भिन्न भागों में बटी हुई है । तो आइए यह से हम दोनों के पार्थिव शरीर कि मिट्टी द्वारा पता लगाने कि क्यों करते हैं क्या वास्तव में एक युवक
एक युवती की पूरी जिंदगी बदल का कारण है ।।
और क्या एक वैशया और एक कन्या दोनों लावारिस है क्योंकि एक वैशया के सब होते हैं
मगर एक आम कन्या का कोई नहीं होता यह कहना कितना सही है और कितना गलत आइए देखते हैं
कि शुरू से अंत योनि संकल्प कि सहायता से लन्ड और संभोग क्रिया करने से पहले और बाद के पार्टियों के अपने अपने विचार हैं।। एक वैशया और एक अन्य कन्या की योनि श्रृंखला में अंतर स्पष्ट काराईए और दोनों कौन कौन से अंग भोग तत्व
सममानता बताई और खान पान और मल मूत्र यौन मौन साधना कौन सी सी स्त्रियां नहीं करती मगर सफल कौन सी हो पाती है अगला पिछला पृष्ठ योनि द्वारा हुआ आतमगाथा के लिए बहुत बड़े ज्ञान का सबक बन जाता है एक असंभव प्रेम गाथा में कितनी प्रकार की त्रुटियों का चिन्ह उपभरता है।।
गाथा के अनन्त में सभी गाथा के पात्रों को श्री कृष्ण द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित करके सम्मान समारोह में उनका आदर उनके सामानित किया जा रहा है।।
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