नर और मादा मछली
एक आदमी बाजार से मछली खरीदने जाता है, और वो दुकानदार से कहता है मुझे नर और मादा मछली दे दो दुकानदार चौंक जाता है और कहता है साहब ये आप क्या बोल रहे हो?
ग्राहक गुस्से में झुंझलाते हुए "तुम मछली बेचने का व्यापार करते हो तुम्हें यह नहीं पता है कि इसमें नर और मादा मछली कौन सी है"
दुकानदार मायूस हो जाता है| फिर अनायास उसके दिमाग़ में उस घमंडी आदमी को सबक सिखाने का ख़्याल आता है, दुकानदार थोड़ी देर सोचता है फिर कहता है, "साहब जो तैर रहा है वो नर है और जो तैर रही है वो मादा है" अब आप एक किलो नर और मादा मछली ले लीजिए| दुकानदार की बात सुन कर बड़े साहब का चेहरा उतर जाता है, अरे तुमनें तो मुझे अचंभित कर दिया, फिर दुकानदार मीठे स्वर में कहता है साहब आप तो बड़े आदमी है मुझ जैसा तुच्छ आपको कैसे अचंभित कर सकता है? ग्राहक बिना कुछ कहे मछली लेकर वहां से चला जाता है|
© Kajal Mishra ✍️
ग्राहक गुस्से में झुंझलाते हुए "तुम मछली बेचने का व्यापार करते हो तुम्हें यह नहीं पता है कि इसमें नर और मादा मछली कौन सी है"
दुकानदार मायूस हो जाता है| फिर अनायास उसके दिमाग़ में उस घमंडी आदमी को सबक सिखाने का ख़्याल आता है, दुकानदार थोड़ी देर सोचता है फिर कहता है, "साहब जो तैर रहा है वो नर है और जो तैर रही है वो मादा है" अब आप एक किलो नर और मादा मछली ले लीजिए| दुकानदार की बात सुन कर बड़े साहब का चेहरा उतर जाता है, अरे तुमनें तो मुझे अचंभित कर दिया, फिर दुकानदार मीठे स्वर में कहता है साहब आप तो बड़े आदमी है मुझ जैसा तुच्छ आपको कैसे अचंभित कर सकता है? ग्राहक बिना कुछ कहे मछली लेकर वहां से चला जाता है|
© Kajal Mishra ✍️