दोष युक्त इंसान
सबने मुझमें बस कमियां ही देखी हैं, मेरी खूबियां कभी किसी को नहीं दिखीं। ऐसा नहीं है कि मैं पूरी तरह से बेकार हूँ। मेरे अंदर कमियां हैं, पर ये कमियां ही इस बात का प्रमाण हैं कि मैं इंसान हूँ। अगर कोई यह कहे कि वह पूरी तरह से दोषरहित है, तो समझ लीजिए कि वह खुद को नहीं जानता और अहंकार उसके दिमाग पर हावी हो गया है। आत्ममुग्धता के कारण वह अपनी कमियों को देख नहीं पा रहा है।
दरअसल, कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनका जन्म ही दूसरों की कमियां निकालने के लिए हुआ लगता है। कमियां ढूंढना उनका शौक बन जाता है। जो सच में आपके जीवन में आपकी सफलता चाहते हैं, वे आपकी...
दरअसल, कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनका जन्म ही दूसरों की कमियां निकालने के लिए हुआ लगता है। कमियां ढूंढना उनका शौक बन जाता है। जो सच में आपके जीवन में आपकी सफलता चाहते हैं, वे आपकी...