समय की मार
एक समय की बात है
एक परिवार बहुत ही सुशील, संपन्न और इज़्जत के साथ जीवन व्यापन कर रहा था। सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था। परिवार के मुखिया चंद्रभान जी की गांव में काफ़ी इज़्ज़त और ओहदा था,लोग उनकी कर्मठता और शालीनता की मिसाल दिया करते थे और परिवार की तारीफ के पुल बांधा करते थे।
चंद्रभान जी की औलाद, एक सुपुत्र और एक सुपुत्री, जो कि अपने पिता के हर आज्ञा का पालन किया करते थे, और माता पिता भी अपने बच्चों को...
एक परिवार बहुत ही सुशील, संपन्न और इज़्जत के साथ जीवन व्यापन कर रहा था। सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था। परिवार के मुखिया चंद्रभान जी की गांव में काफ़ी इज़्ज़त और ओहदा था,लोग उनकी कर्मठता और शालीनता की मिसाल दिया करते थे और परिवार की तारीफ के पुल बांधा करते थे।
चंद्रभान जी की औलाद, एक सुपुत्र और एक सुपुत्री, जो कि अपने पिता के हर आज्ञा का पालन किया करते थे, और माता पिता भी अपने बच्चों को...