महामहिम बैंगन का कीड़ा और मैं
अच्छा ज़रा ईमानदारी से हिसाब या अच्छी तरह सोच समझकर बतायें कि प्रश्न वाचक शब्दों का प्रयोग क्यूँ किया जाता है.
इसका आसान सा उत्तर ये है कि प्रश्न वाचक शब्दों का प्रयोग आमतौर पर प्रश्न वाचक वाक्य पूरा करने के लिए किया जाता है लेकिन सिर्फ़ प्रश्न वाचक चिन्ह का प्रयोग भी अपने आप में प्रश्न बन जाता है जैसे..
?????
इसको देखकर सबसे पहले यही प्रश्न आता है कि ये चिन्ह यहाँ क्यूँ हैं??
दूसरे शब्दों में कहा जाये तो इनका दूसरा प्रयोग किसी गम्भीर समस्या पर सबका ध्यान दिलाने के लिए किया जाता है
अब आप सोच रहे होंगे कि समस्या क्या है जो इतनी सुबह सुबह कहानी लिख डाली..
तो समस्या ये है कि ये बैंगन में कीड़े इतने अंदर घुसकर क्यूँ बैठते हैं और उनको ढूँढने में पूरे बैंगन का पोस्टमार्टम हो जाता है..
अंततः जब कीड़ा मिलता है तो हमारी बेबसी देखकर वह मुस्कुरा कर कहता प्रतीत होता है..
ख़त्म.. बाय बाय.. टाटा
बैंगन भी और आपका समय भी.
बाजार से बड़े सजीले चमकीले और तंदुरुस्त बैंगन मँगवाये थे. देखने में काफ़ी सुन्दर थे तो इनके अंदर महामहिम बैंगन के कीड़े के होने की सम्भावना शून्य थी.
इसीलिए अपने ऑफिस के काम में व्यस्त थी डिनर से लगभग एक घंटा पहले काम बीच में रोककर सब्जी बनाने किचन में आ गयी थी.
जल्दी से बैंगन धोकर काटे लेकिन एक बैंगन अंदर से कुछ संदिग्ध लगा.. हालाँकि तब भी उसे देखकर कोई अनुमान नहीं लगा सकता था कि महामहिम कीड़े राजा वहाँ विराजे हैं.
मैंने चाकू की नोंक से बैंगन को कुरेदना शुरू किया.. ऊपरी सतह पर सब कुछ सामान्य ही था लेकिन जैसे ही मैंने थोड़ा और गहराई में बैंगन की ख़ुदाई की तो महामहिम मुस्कुराते हुए निकल आये.
बैंगन ख़त्म हो चुका था.. आधा घंटा भी निकल चुका था. अब सिर्फ आधे घंटे में डिनर रेडी करना था.. महामहिम कीड़े राजा के साथ उनकी सारी सेना अन्य बैंगनों में विराजमान थी.
अंततः बिना समय गँवाये मैंने महामहिम कीड़े राजा को उनके साम्राज्य के साथ डस्टबीन में पहुँचा दिया था. दस मिनट में सफ़ाई का कार्य चला.. अब पंद्रह मिनट बाकी थे..
किचन शेल्फ से मैगी निकालकर उसे पैन में डाल दिया.
शुक्र था कि दो मिनट का ये डिनर मेरा समय बचा गया था. 😊
NOOR E ISHAL
© All Rights Reserved
इसका आसान सा उत्तर ये है कि प्रश्न वाचक शब्दों का प्रयोग आमतौर पर प्रश्न वाचक वाक्य पूरा करने के लिए किया जाता है लेकिन सिर्फ़ प्रश्न वाचक चिन्ह का प्रयोग भी अपने आप में प्रश्न बन जाता है जैसे..
?????
इसको देखकर सबसे पहले यही प्रश्न आता है कि ये चिन्ह यहाँ क्यूँ हैं??
दूसरे शब्दों में कहा जाये तो इनका दूसरा प्रयोग किसी गम्भीर समस्या पर सबका ध्यान दिलाने के लिए किया जाता है
अब आप सोच रहे होंगे कि समस्या क्या है जो इतनी सुबह सुबह कहानी लिख डाली..
तो समस्या ये है कि ये बैंगन में कीड़े इतने अंदर घुसकर क्यूँ बैठते हैं और उनको ढूँढने में पूरे बैंगन का पोस्टमार्टम हो जाता है..
अंततः जब कीड़ा मिलता है तो हमारी बेबसी देखकर वह मुस्कुरा कर कहता प्रतीत होता है..
ख़त्म.. बाय बाय.. टाटा
बैंगन भी और आपका समय भी.
बाजार से बड़े सजीले चमकीले और तंदुरुस्त बैंगन मँगवाये थे. देखने में काफ़ी सुन्दर थे तो इनके अंदर महामहिम बैंगन के कीड़े के होने की सम्भावना शून्य थी.
इसीलिए अपने ऑफिस के काम में व्यस्त थी डिनर से लगभग एक घंटा पहले काम बीच में रोककर सब्जी बनाने किचन में आ गयी थी.
जल्दी से बैंगन धोकर काटे लेकिन एक बैंगन अंदर से कुछ संदिग्ध लगा.. हालाँकि तब भी उसे देखकर कोई अनुमान नहीं लगा सकता था कि महामहिम कीड़े राजा वहाँ विराजे हैं.
मैंने चाकू की नोंक से बैंगन को कुरेदना शुरू किया.. ऊपरी सतह पर सब कुछ सामान्य ही था लेकिन जैसे ही मैंने थोड़ा और गहराई में बैंगन की ख़ुदाई की तो महामहिम मुस्कुराते हुए निकल आये.
बैंगन ख़त्म हो चुका था.. आधा घंटा भी निकल चुका था. अब सिर्फ आधे घंटे में डिनर रेडी करना था.. महामहिम कीड़े राजा के साथ उनकी सारी सेना अन्य बैंगनों में विराजमान थी.
अंततः बिना समय गँवाये मैंने महामहिम कीड़े राजा को उनके साम्राज्य के साथ डस्टबीन में पहुँचा दिया था. दस मिनट में सफ़ाई का कार्य चला.. अब पंद्रह मिनट बाकी थे..
किचन शेल्फ से मैगी निकालकर उसे पैन में डाल दिया.
शुक्र था कि दो मिनट का ये डिनर मेरा समय बचा गया था. 😊
NOOR E ISHAL
© All Rights Reserved
Related Stories