जंगल की एक घटना
#जंगल
मैंने कहा था स्पेयर टायर चेक करवा लेना निकलने से पहले, लेकिन तुम को तो बस हर बात मज़ाक लगती है। सुदीप ने गुस्से में झुंझलाते हुए रवि से कहा। उफ्फ नेटवर्क भी नहीं है मोबाइल में और इस घने जंगल में कोई दिख भी नहीं रहा।
सुदीप था तो लंबे ऊँचे कद का हट्ठा-कट्ठा नौजवान,पर शरीर से जितना मजबूत,दिल से उतना ही कमजोर। शहर से 85 कीलो मीटर दूर इस सुनसान बियाबान जंगल में तो अच्छे अचछों के पसीने छूट जाएं। फिर सुदीप जैसे डरपोक की तो क्या बिसात।
रवि ने सुदीप के डर से उपजे गुस्से को शांत कराने का भरसक प्रयास किया। पर सुदीप का गुस्सा तो शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा था।
लेकिन कहते हैं न,जहाँ सारेरास्ते बंद हो जाते हैं,तो भगवान एक सहारा जरुर...
मैंने कहा था स्पेयर टायर चेक करवा लेना निकलने से पहले, लेकिन तुम को तो बस हर बात मज़ाक लगती है। सुदीप ने गुस्से में झुंझलाते हुए रवि से कहा। उफ्फ नेटवर्क भी नहीं है मोबाइल में और इस घने जंगल में कोई दिख भी नहीं रहा।
सुदीप था तो लंबे ऊँचे कद का हट्ठा-कट्ठा नौजवान,पर शरीर से जितना मजबूत,दिल से उतना ही कमजोर। शहर से 85 कीलो मीटर दूर इस सुनसान बियाबान जंगल में तो अच्छे अचछों के पसीने छूट जाएं। फिर सुदीप जैसे डरपोक की तो क्या बिसात।
रवि ने सुदीप के डर से उपजे गुस्से को शांत कराने का भरसक प्रयास किया। पर सुदीप का गुस्सा तो शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा था।
लेकिन कहते हैं न,जहाँ सारेरास्ते बंद हो जाते हैं,तो भगवान एक सहारा जरुर...