गंदगी
मेरे पड़ोस में एक बूढ़ा रहता है
किस्से मशहूर हैं उसके लड़कपन के
मुँह मरता फिरता था यहाँ-वहाँ
अब सब कहते हैं, सुधर गया है वो
वे नासमझ हैं, पढ़ रहा हूँ उसे मैं वर्षो से
की जो चरित्रहीन होते हैं
वे मरने तलक बदबू देते हैं
मुझे अब कुछ कुछ समझ आ रहा है।
किस्से मशहूर हैं उसके लड़कपन के
मुँह मरता फिरता था यहाँ-वहाँ
अब सब कहते हैं, सुधर गया है वो
वे नासमझ हैं, पढ़ रहा हूँ उसे मैं वर्षो से
की जो चरित्रहीन होते हैं
वे मरने तलक बदबू देते हैं
मुझे अब कुछ कुछ समझ आ रहा है।