जीत की कहानी हमारी जुबानी
© jyoti mishra
एक चिड़िया जो प्रतिदिन दाने की तलाश में निकला करती थी अपने घोंसले से, मगर उसे दानों की तलाश में बहुत दूर जाना पड़ता था जो सफर तय कर वह थक जाती थी, मगर वो प्रतिदिन ऐसा ही करती, उसके छोटे-छोटे बच्चे भूखे रह जाते, अगर वह संघर्ष कर दाना ना लाती, एक दिन उस चिड़िया ने अलग जगह अपना घोंसला बनाने को चाहा, और वह अपने बच्चों को डाली पर छोड़कर,एक घर में जाती है वहा उसे बड़ा सा आइना दिखाई देता है, उस आईने में वह खुद को देख हैरान हो जाती है, और अपनों से बार-बार आने पर अपनी परछाई को मारती है, और वह इसमें ही उलझी रह जाती हैं, अब वह दाने की तलाश छोड़कर आईने के साथ ऐसा ही करती रहती है इस तरह उस छोटी सी चिड़िया की दुनिया बिखर जाती है, बच्चे भी भूख से मर जाते हैं और प्रतिदिन ऐसा करते करते हैं वह चिड़िया भी इस दुनिया को छोड़ देती है।
समाप्त
सीख- हमें जितना ईश्वर के द्वारा मिला है हमेशा खुश रहना चाहिए ज्यादा की ख्वाहिश में मिला हुआ भी हम
उपयोग नहीं कर पाते और दुखी रहते हैं
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