एक बुढ़िया और एक चोर!
रात में एक चोर घर में घुसा..।
कमरे का दरवाजा खोला तो बरामदे पर एक बूढ़ी औरत सो रही थी।
खटपट से उसकी आंख खुल गई।
चोर ने घबरा कर देखा तो वह लेटे लेटे बोली....
‘‘ बेटा, तुम देखने से किसी अच्छे घर के लगते हो,
लगता है किसी परेशानी से मजबूर होकर इस रास्ते पर लग गए हो। चलो ....कोई बात नहीं। अलमारी के तीसरे बक्से में एक तिजोरी है ।इसमें का सारा माल तुम चुपचाप ले जाना।
मगर
पहले मेरे पास...
कमरे का दरवाजा खोला तो बरामदे पर एक बूढ़ी औरत सो रही थी।
खटपट से उसकी आंख खुल गई।
चोर ने घबरा कर देखा तो वह लेटे लेटे बोली....
‘‘ बेटा, तुम देखने से किसी अच्छे घर के लगते हो,
लगता है किसी परेशानी से मजबूर होकर इस रास्ते पर लग गए हो। चलो ....कोई बात नहीं। अलमारी के तीसरे बक्से में एक तिजोरी है ।इसमें का सारा माल तुम चुपचाप ले जाना।
मगर
पहले मेरे पास...