सफेद दाग
ये कहानी आधारित है सफेद दाग पर जो एक बीमारी है ऐसी बीमारी जिसको समाज थोड़ा घृणित दृष्टि से देखता है।
ये कहानी शुरु होती है एक मध्यम वर्गीय परिवार की एक मीडियम लड़की चारू स जो न ज्यादा सुन्दर थी और न ज्यादा खराब।
एक नार्मल लड़की थी। चारू ने एजुकेशन बहुत ही अच्छी ले रखी थी। कम्प्यूटर साइंस से बी.टेक. करने के बाद उसने टीचिंग में डिप्लोमा किया था और उसकी प्रारम्भिक परीक्षा भी उत्तीर्ण कर लिया था। जैसे ही जॉब की वैकेंसी आती उसका चयन होना ही था क्योंकि पढ़ने में काफी होनहार थी वो। उसके पिता प्राइवेट स्कूल में 10,000 रुपये पर पढ़ाते थे। पिता ने उसकी शादी...
ये कहानी शुरु होती है एक मध्यम वर्गीय परिवार की एक मीडियम लड़की चारू स जो न ज्यादा सुन्दर थी और न ज्यादा खराब।
एक नार्मल लड़की थी। चारू ने एजुकेशन बहुत ही अच्छी ले रखी थी। कम्प्यूटर साइंस से बी.टेक. करने के बाद उसने टीचिंग में डिप्लोमा किया था और उसकी प्रारम्भिक परीक्षा भी उत्तीर्ण कर लिया था। जैसे ही जॉब की वैकेंसी आती उसका चयन होना ही था क्योंकि पढ़ने में काफी होनहार थी वो। उसके पिता प्राइवेट स्कूल में 10,000 रुपये पर पढ़ाते थे। पिता ने उसकी शादी...