रोमांचक यात्रा
#भुली_हुई_रसीद
ये बात उन दिनों की है जब अनिल, घोड़ों का सोदागर, बहुत ही उधार से घिरा हुआ था। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वो अपना उधार कैसे चुकाए क्योंकि उसके पास बहुत थोड़े से पैसे बचे थे जो उसे अपनी रोज की जरूरतों के लिए चाहिए थे। उसके परिवार में कोई भी नहीं बचा था। सिर्फ वही था और उसके लिए जिंदगी बहुत मुश्किल थी। कोई उसके घोड़े खरीदता ही नहीं था। घोड़ों के रखरखाव के लिए भी पैसे चाहिए थे, नहीं तो वो बीमार हो कर मर सकते थे। इसी चिंता से घिरे वो सोच में बैठा था। तभी एक लड़का जोर-जोर से आवाज लगाता हुआ वहां आया। लॉटरी टिकट लेलो और अपने सपने साकार कर लो, ये मौका दोबारा नहीं आएगा, सोचते क्या हो उठो और एक तुम भी लेलो। ये ही बोलते हुए वो सबको लॉटरी टिकट जो कि पोस्ट ऑफिस में मिल रही थी, उसके बारे में बता रहा था। उसकी बात सुन कर अनिल अपनी सोच से बाहर आया। उसने सोचा, क्यों ना एक टिकट मैं भी ले लेता हूं। शायद कुछ पैसे मुझे भी मिल जाएं। सोचते सोचते वो भी पोस्ट ऑफिस से एक टिकट ले आया। और इंतज़ार करने लगा, उस दिन का जब उसके पैसे मिलने का दिन आएगा।
आज सोमवार है, और आज ही लॉटरी के टिकट का परीणाम आएगा। सब वही पोस्ट ऑफिस के बाहर इंतज़ार कर रहे हैं। और इंतजार करते-करते शाम होने को आई है, पर यहां कोई भी नहीं आया। अरे रुको, शायद कोई आ रहा है. हां ये तो कैशियर और...
ये बात उन दिनों की है जब अनिल, घोड़ों का सोदागर, बहुत ही उधार से घिरा हुआ था। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वो अपना उधार कैसे चुकाए क्योंकि उसके पास बहुत थोड़े से पैसे बचे थे जो उसे अपनी रोज की जरूरतों के लिए चाहिए थे। उसके परिवार में कोई भी नहीं बचा था। सिर्फ वही था और उसके लिए जिंदगी बहुत मुश्किल थी। कोई उसके घोड़े खरीदता ही नहीं था। घोड़ों के रखरखाव के लिए भी पैसे चाहिए थे, नहीं तो वो बीमार हो कर मर सकते थे। इसी चिंता से घिरे वो सोच में बैठा था। तभी एक लड़का जोर-जोर से आवाज लगाता हुआ वहां आया। लॉटरी टिकट लेलो और अपने सपने साकार कर लो, ये मौका दोबारा नहीं आएगा, सोचते क्या हो उठो और एक तुम भी लेलो। ये ही बोलते हुए वो सबको लॉटरी टिकट जो कि पोस्ट ऑफिस में मिल रही थी, उसके बारे में बता रहा था। उसकी बात सुन कर अनिल अपनी सोच से बाहर आया। उसने सोचा, क्यों ना एक टिकट मैं भी ले लेता हूं। शायद कुछ पैसे मुझे भी मिल जाएं। सोचते सोचते वो भी पोस्ट ऑफिस से एक टिकट ले आया। और इंतज़ार करने लगा, उस दिन का जब उसके पैसे मिलने का दिन आएगा।
आज सोमवार है, और आज ही लॉटरी के टिकट का परीणाम आएगा। सब वही पोस्ट ऑफिस के बाहर इंतज़ार कर रहे हैं। और इंतजार करते-करते शाम होने को आई है, पर यहां कोई भी नहीं आया। अरे रुको, शायद कोई आ रहा है. हां ये तो कैशियर और...