श्लोक
उपसर्गेन्यचक्रे च दुर्भिक्षे च भयावहे।
असाधुजनसंपर्के यः पलायति स जीवति।।
श्लोक का अर्थ:
प्राकृतिक आपत्तियां- जैसे अधिक वर्षा होना और सूखा पड़ना अथवा...
असाधुजनसंपर्के यः पलायति स जीवति।।
श्लोक का अर्थ:
प्राकृतिक आपत्तियां- जैसे अधिक वर्षा होना और सूखा पड़ना अथवा...