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चतुर मानव- पार्ट 2
(हमने पहला पार्ट मे देखा कि सोहन की मृत्यु हो जाती है और वह स्वर्ग मे जा पहुचँता है पर वह वापस पृथ्वी लोक जाना चाहता है और इसलिए वो यमराज को कनवेंन्स करता है। अब आगे।)



सोहनः मै वापस पृथ्वी पर जाना चाहता हूं।

यमराज : नही पृथ्वी पर वापस नही जा सकते।

सोहनः पर आपने मुझसे प्रॉमिश किया है।

यमराजःयहाँ कोई रिवर्स गेयर नही जो वापस तुम पृथ्वी लोक मे जा सको। कोई और वर मांगो हम अवश्य पूरा करेगें।

सोहन : ये सही नही है प्रभु , मुकड़ रहे है, आप अपने वायदे से।

चित्रगुप्त : प्रभु यह मानव सही कह रह है, आपने इस मानव से प्रॉमिश किया है।

यमराज : तो, मै इसको वापस पृथ्वी लोक भेज दू। असभंव है ये (गुस्से मे)

चित्रगुप्त : आपको तो पहले ही अलर्ट किया था प्रभु कि इस मानव की बातो मे मत आइये लेकिन इसने थोड़ा आपसे बाते क्या कर लिया।आपकी झूठी प्रशंसा क्या कर दिया आप तो सच मे अपने आप को रितिक रोशन ही समझ बैठे और दे दिया वचन।अब जब वचन दे दिया है कीजिए वचन पूरा,मुझसे क्या कहते है।

यमराज : चित्रगुप्त (चिल्लाते हुए) तुम होश मे तो हो, किससे बाते कर रहे हो। यम है हम।

चित्रगुप्त : प्रभु , वो भी नही है कुछ कम।

(यमराज चित्रगुप्त को सोहन से दूर ले जाकर बात करते है)

यमराज : ठीक है चित्रगुप्त ,अब तुम ही मुझे इस दलदल से निकालो (धीमी स्वर मे)

चित्रगुप्त: ठीक है, प्रभु मेरे पास एक आइदिया है आप सोहन से तीन सवाल पूछिये, अगर वह उस सवाल का जवाब नही बता पाया तो आपका प्रॉमिश भी रह जाएगा और वह पृथ्वी पर भी नही जाएगा।

यमराज: ठीक कहा , तुमने।

(यमराज सोहन के पास जाते है)

यमराज : मै तुम्हारा इच्छा पूरा करने के लिए तैयार हूं,लेकिन एक शर्त है।

सोहन : पृथ्वी पर वापस जाने के लिए मुझे कोई भी शर्त मंजूर है।

यमराज : मै तुमसे तीन सवाल पूछुगां ,अगर तीनो का सही सवाल बताया तो मै तुम्हारी इच्छा पूरा कर दूंगा।लेकिन तीनो मे से एक भी सवाल सातर्क नही बताया तो तुम पृथ्वी पर नही जा पाओगे ,तो तुम तैयार हो।

सोहनः पूरी तरह।

यमराज : ये रहा पहला सवाल इस वीडियो मे।

(एफ व्यकित शेर,हिरण,और घास के साथ यात्रा कर रहा है।रास्ते मे उसे एक नदी पार करना है।नदी मे एक नाव है जिसमे वह अपने साथ शेर,हिरण ,और घास मे से केवल एक ही को ले जा सकता है,वह शेर और हिरण या हिरण और घास को एक साथ छोड़कर भी नही जा सकता है, नही तो' शेर' "हिरण" को या 'हिरण' " घास" को खा सकता है।बताओ वह सभी को नदी के उस पार कैसे ले जा सकता है?)

सोहन : प्रभु देखिए पहले वह व्यकित हिरण को लेकर जाएगा और नदी के दूसरे किनारे पर छोड़ देगा।
फिर वापस पहले किनारे से घास लेकर जाएगा और हिरण को दूसरे किनारे से वापस ले आएगा।फिर हिरण को पहले किनारे पर छोड़कर शेर को ले जाएगा।
अंत मे शेर को दूसरे किनारे पर छोड़कर वापस आएगा और पहले किनारे से हिरण को ले जाएगा।

यमराज: बहुत अच्छा , हम खुश हुए ।अब जरा दूसरा सवाल देख लो।

( हमे देती है ये आराम ,
ऊँची ये तो ऊँचे हमारे नाम,
बड़े -बड़े लोगो को देखा इस पर
इसके लिए होता महासंग्राम ।
बताओ -बताओ कौन है ये)

सोहन: (सोचकर) प्रभु , कुर्सी।
यमराज: कैसे।
सोहन: देखिए ,प्रभु यहां कुर्सी का मतलब पद है।बड़ा पद मनुष्य को महान बना देता है।छोटा पद मनुष्य को निम्न बना देता है।इसके लिए मनुष्य संग्राम करने के लिए भी तैयार रहता है।
यमराज : अति ऊतम,हम खुश हुए।तुम्हारा तीसरा और आखरी सवाल ये रहा।

(एक रेगिस्तान मे कुछ यात्री ऊॅट की सवारी कर रहे है ।अगर सभी यात्री एक-एक ऊॅट पर बैठते है तो एक यात्री रह जाता है और अगर दो-दो यात्री एक ऊॅट पर बैठते है तो एक ऊॅट रह जाता है तो बताओ कि कितने ऊॅट और कितने यात्री?)

सोहन : प्रभु तीन ऊॅट और चार यात्री ।

यमराज: बहुत अच्छे ।

सोहन :प्रभु मै आपकी तीनो सवालो का जवाब बता चूका हूं। अब आप अपना प्रॉमिश पूरा कीजिए।

यमराज: सोहन ,तुम बुदिमान व्यकित हो।मै तुमसे तीन कठिन सवाल पूछे ,ताकि तुम उसका जवाब ना दे सको।फिर भी तुमने बड़ी सरलता से उसका जवाब देकर तुमने अपनी प्रकाशता और बुदिमता का परिचय दिये ।हम खुश हुए ।जाओ हम तुम्हारा विश पूरा करते है।

सोहन :थैंक्स प्रभु।

यमराज: मोस्ट वेलकम।


© suryansh